रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में कहा कि भारत मे कोई डिटेंशन सेंटर नहीं हैं। वहीं इस मामले में विधायक विकास उपाध्याय ने कहा मुझे नहीं मालूम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में क्यों कहा कि भारत में कोई डिटेंशन सेंटर नहीं है।
जबकि माटिया में भारत के सबसे बड़े डिटेंशन सेंटर का निर्माण हो रहा है।असम के मेरे मित्रों ने यहां काम रहे लोगों से पूछा है, निर्माणाधीन विशाल भवन अवैध विदेशी नागरिकों को रखने के लिए बनाया जा रहा है और इसके लिए फंड (पैसा) भी केंद्रीय गृह मंत्रालय दे रहा है।
उपाध्याय ने दावा किया कि असम के ग्वालपाड़ा जिले के माटिया गांव में इस डिटेंशन सेंटर का निर्माण जोरों पर है,इसके उलट दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया कि भारत में कोई डिटेंशन सेंटर नहीं है और उन्होंने इसे अफ वाह बताया था, जो सरासर गलत है।
उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी के दावे के विपरीत असम के माटिया गांव में ढाई हेक्टेयर ज़मीन में ये देश का पहला और सबसे बड़ा डिटेंशन सेंटर बनाया जा रहा है।विधायक उपाध्याय ने आगे कहा अमरीका में मौजूद डिटेंशन सेंटर के बाद ये दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा डिटेंशन सेंटर होगा।
उन्होंने ये भी बताया कि फिलहाल असम की अलग-अलग छह सेंट्रल जेलों में बने डिटेंशन सेंटरों में 1133 घोषित विदेशी लोगों को रखा गया है। ये जानकारी संसद में गृह राज्य मंत्री जीके रेड्डी ने कांग्रेस सांसद शशि थरूर के सवाल के जवाब में जुलाई में दी थी, ये 25 जून तक का आंकड़ा है।
आगे उपाध्यक्ष ने यह भी कहा कि जो व्यक्ति विदेशी घोषित हुआ हो उसे डिटेंशन सेंटर में रखकर इतना खर्च करने के बजाए उसके अपने देश भेज देना चाहिए।
चर्चा के दौरान अपने चिरपरिचित अंदाज में विकास उपाध्याय ने कहा प्रधानमंत्री ने नई दिल्ली में कहते हैं, जो हिंदुस्तान की मिट्टी के मुसलमान हैं, जिनके पुरखे मां भारती की संतान हैं. भाइयों और बहनों, उनसे नागरिकता क़ानून और एनआरसी दोनों का कोई लेना-देना नहीं है।
देश के मुसलमानों को ना डिटेंशन सेंटर में भेजा जा रहा है, ना हिंदुस्तान में कोई डिटेंशन सेंटर है। भाइयों और बहनों, ये सफेद झूठ है, ये बद-इरादे वाला खेल है, ये नापाक खेल है। मैं तो हैरान हूं कि ये झूठ बोलने के लिए किस हद तक जा सकते हैं।
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