कोरबा। दो दिनों से दलदल में फंसा हाथी जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहा है। तमाम कोशिशों के बावजूद भी अभी तक उसे बाहर नहीं निकाला जा सका है। वन विभाग का अमले सहित कई विभाग हाथी को दलदल से मुक्त कराने में लगे है।
वन मंडल कोटघोरा के पोड़ी उपरोड़ा स्थिति ग्राम पंचायत कुल्हरिया का में हाथा दलदल में फंसा है। 48 घंटों से दलदल में फंसा होने की वजह से हाथी की जिंदगी पर खतरा मंडरा रहा है।
ध्यान देने वाली बात यह है कि वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी को मामले की जानकारी होने के बाद भी उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। मामले ने तब तूल पकड़ा जब गांववालों को इसकी जानकारी हुई।
उसके बाद पुलिस तक बात पहुंची और उसके बाद वन विभाग सक्रिय हुआ और उडऩदस्ता की टीम पुहंची फिर हाथी को निकालने की कोशिश शाम को शुरु हो पाई। जेसीसी मशीनों के सहारे हाथी को निकालने की कोशिश की जा रही है, लेकिन दलदल होने की वजह से मशीनों का उपयोग पूरी तरह से नहीं हो पा रहा है।
केन्दई रेंज के वन परिक्षेत्र अधिकारी अश्विनी चौबे ने बताया कि सूचना मिलते ही उडऩदस्ता की टीम घटनास्थल में पहुंच गई है गजराज को निकालने के लिए विभाग द्वारा जेसीबी मशीन की सहायता ली जा रही है बताया जा रहा है कि हाथी दो झुंडों में है जिनकी संख्या 40 से 50 बताई जा रही है शाम ढलते ही फं से हुए हाथी के आसपास पूरा समूह मंडराने लगते है ऐसे परिस्थिति में जेसीबी मशीन का दलदल में बार-बार फं सने से घटनास्थल तक पहुंचने परेशानी हो रही है।
सप्ताह भर पहले पाली के जंगल में एक हाथी का पहाड़ से गिरने से मौत हो गई थी ठीक सप्ताह भर बाद यह दूसरी बड़ी घटना है ग्रामीणों ने बताया कि लगभग एक माह से पाली कुल्हरीया पीपलडाडए पनगवा बगबुडी झिनपुरी बुडापारा कुरथा इन ग्रामो मैं लगभग एक माह से हाथियों ने डेरा डाल रखा है जिसके कारण लोग रतजगा करने को मजबूर है, हाथियों के उत्पात से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
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