रायपुर। छत्तीसगढ़ के रायपुर, धमतरी, दुर्ग, बिलासपुर, बलौदाबाजार, रायगढ़, बालोद जिले सहित अन्य राज्यों में 80 से अधिक सूने मकानों में चोरी करने वाले अंतर्राज्यीय पत्थर चोर गिरोह के चार सदस्यो को गिरफ्तार करने में रायपुर एवं धमतरी पुलिस को बड़ी सफलता मिली। आरोपियों से चोरी किए गए लगभग 25 लाख रूपये के सोने, चांदी के जेवरात एवं नगदी बरामद किया गया हैं।
रायपुर, धमतरी, दुर्ग, रायगढ़, बिलासपुर, बलौदाबाजार, बालोद जिले के अलग – अलग थानों में चोरी की लगभग तीन दर्जन से अधिक घटनाओं को आरोपियों द्वारा अंजाम दिया गया हैं। रायपुर एवं धमतरी जिले की एक संयुक्त टीम का गठन कर चोरी के सभी घटना स्थलों का निरीक्षण करते हुए टीम को आरोपियों की गिरफ्तारी करने हेतु निर्देशित किया जिस पर संयुक्त टीम द्वारा चोरी के सभी घटना स्थलों का निरीक्षण करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास प्रांरभ किया गया।
सभी घटनास्थल व उसके आसपास लगे सी.सी.टी.व्ही. फुटेजों को खंगालने के साथ – साथ अज्ञात आरोपियों के संबंध में तकनीकी विश्लेषण भी किया गया। साथ ही सभी घटना स्थलों के निरीक्षण से यह जानकारी प्राप्त हुई कि चोर गिरोह द्वारा ऐसे कॉलोनियों में चोरी की जाती है जिसके पीछे खाली मैदान या खेत हो और ये खेत या मैदान के रास्ते से ही कॉलोनियों में प्रवेश करते है और चोरी करने के बाद उन्ही रास्तों से फरार हो जाते है।
टीम द्वारा देशभर से इस तरह की चोरी करने वाले गिरोह के संबंध में जानकारी भी एकत्रित करना प्रारंभ किया गया। तकनीकी विश्लेषण के दौरान एवं घटना स्थलों के निरीक्षण से टीम को आरोपियों के संबंध में एक महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर आरिफ एच शेख एवं पुलिस अधीक्षक धमतरी बी0पी0 राजभानु के मार्ग दर्शन में रायपुर एवं धमतरी जिले की 15 सदस्यों की टीम नगर पुलिस अधीक्षक उरला के नेतृत्व में मध्यप्रदेश के अलीराजपुर जिले के लिए रवाना हुई।
टीम द्वारा अलीराजपुर जिला पहुंचकर आरोपियों के संबंध में जानकारी एकत्रित करना प्रारंभ किया गया। टीम को जानकारी प्राप्त हुई की आरोपी मूलत: उदयगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम पोहा, पोया, छोटी जामली, बड़ी जामली के निवासी है जो पहाड़ो में घर बनाकर निवास करते है। टीम द्वारा आरोपियों के संबंध में जानकारी प्राप्त कर स्थानीय पुलिस की मदद लेकर उनकी गिरफ्तारी का प्रयास किया गया और आरोपियों के निवास क्षेत्र में रेड कार्यवाही प्रारंभ की गई।
चूंकि आरोपी पहाड़ों में घर बनाकर निवास करते है एवं जाने के लिए केवल पगडंडियों का ही उपयोग किया जा सकता है। जिससे आरोपी दूर से ही पुलिस टीम को देखकर पत्थर एवं तीर कमान से हमला करना प्रारंभ कर दिये एवं पहाड़ों की तरफ भागने लगे एवं आरोपियों के परिवार की महिलाओं द्वारा सामने आकर पुलिस टीम से उलझना एवं गाली देना प्रारंभ कर दिया। टीम द्वारा आरोपियों का पीछा करते हुए गिरोह के सरगना राजमल पिता शेखु को गिरफ्तार करने में सफलता मिली।
आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ प्रारंभ किया गया एवं आरोपी से प्राप्त जानकारी के आधार पर अलग-अलग गांव में रेड कार्यवाही करते हुए गिरोह के तीन अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि विगत 1 वर्ष से वे छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलो सहित अन्य राज्यों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दे रहे है एवं उनके गिरोह में लगभग आठ से दस सदस्य है।
वे ट्रेन के माध्यम से संबंधित जिलों में जाकर ऐसे कॉलोनियों की पहचान करते है जिसके पीछे खेत या खाली मैदान स्थित हो एवं घटना करने वाले दिन शाम के समय से ही कॉलोनियों के पीछे स्थित खेतों में जाकर सो जाते है। एवं रात्रि 1 बजे के बाद हाथों में पत्थर एवं आलाजरब लेकर कॉलोनियों में पीछे के रास्तों से प्रवेश करते है। एवं सूने मकानों में घुस कर चोरी कर पीछे के रास्ते से ही अलग-अलग फरार होकर ट्रेन के माध्यम से वापस अपने घर चले जाते है।
चोरी के दौरान वे हॉफ पैंट एवं बनियान पहने रहते है एवं अपने कपड़े खेतों में छोड़ देते है भागते समय पुन: कपड़े पहनकर ग्रुप के सभी सदस्य अलग-अलग रास्तों से रवाना होकर अपने गांव चले जाते है। गिरोह के सभी सदस्य मूलत: भील जाति के है एवं एक ही परिवार के एवं आपस में रिश्तेदार है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि अबतक उन्होने छत्तीसगढ़ के रायपुर, धमतरी, दुर्ग, बलौदाबाजार, बिलासपुर, रायगढ़ सहित अन्य राज्यों में 80 से अधिक चोरी की घटनाओं को अंजाम दे चुके है।
स्थानीय पुलिस से जानकारी लेने पर पता चला कि उपरोक्त आरोपियों का स्थानीय थानों में कोई भी क्रिमिनल रिकार्ड नहीं है। इनके द्वारा राज्य के अन्य जिलो एवं अन्य राज्यों में चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है एवं उपरोक्त अलीराजपुर जिले का चोर गिरोह पहली बार पकड़ाया है। आरोपियों ने मध्यप्रदेश के रतलाम बालाघाट बड़वानी खरगोन जिलो में 60 से अधिक चोरी करना स्वीकार किया है।
आरोपियों ने बताया कि चोरी के पैसों से इनके द्वारा अपने घरो में ट्रेक्टर, थे्रसर मशीन, तूफान चार पहिया वाहन एवं जमीने खरीदी गई है। आरोपियों के निशानदेही पर उनके कब्जे से चोरी गये सोने चांदी के लगभग 25 लाख के जेवरात एवं नगदी रकम जप्त किया गया है एवं न्यायालय के माध्यम से उक्त चोरी के पैसों से खरीदी गई संपत्ति के कुर्की का भी प्रयास किया जायेगा।
आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी टीम को पुलिस महानिरीक्षक रायपुर रेंज आनंद छाबड़ा एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर आरिफ एच शेख एवं पुलिस अधीक्षक धमतरी बीपी राजभानु द्वारा 60 हजार रूपये का ईनाम देने की घोषणा किया है। आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके गिरोह के अन्य सदस्यों के संबंध में पूछताछ की जा रही है।
जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया हैं। उनमें राजमल 8 वर्ष निवासी तड़वी ग्राम पोहा थाना उदयगढ़ जिला अलीराजपुर,भरत भूरिया 24 वर्ष, वेलसिंह 28 वर्ष,हतरिया 34 वर्ष है ये सभी आरोपी मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं।
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