मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियों ने नई टैरिफ दरें लागू कर दी हैं, जिससे ग्राहकों के खर्च में डेढ़ गुना तक इजाफा हो जाएगा। कंपनियों ने सबसे बड़ा झटका इनकमिंग कॉल पर दिया है, जहां ग्राहकों से फेयर यूजेज पॉलिसी (एफयूपी) के तहत दूसरे नेटवर्क पर कॉल करने पर 6 पैसे प्रति मिनट वसूले जाएंगे। विश्लेषकों का कहना है कि यह सिर्फ एक शुरुआत है और आने वाली दो-तीन तिमाहियों में मुफ्त इनकमिंग कॉल का दौर पूरी तरह समाप्त हो सकता है।
एसबीआई कैपिटल सिक्योरिटीज के मुख्य शोधकर्ता राजीव शर्मा ने कहा कि पहले जियो ने अन्य नेटवर्क पर कॉल करने पर आईयूसी चार्ज के तहत 6 पैसे प्रति मिनट वसूलना शुरू किया और अब वोडा आइडिया व एयरटेल ने भी एफयूपी लगा दिया है।
उन्होंने कहा कि वाइस कॉल की कीमतें फिर से पूरी तरह वापस आ गई हैं। यह फिलहाल शून्य तक नहीं जा सकती, क्योंकि कंपनियां इसके लिए एफयूपी और ऑफ नेट का इस्तेमाल करती हैं। संभव है कि दूरसंचार कंपनियां अगले 6-9 महीने में अपने नेटवर्क पर भी कॉलिंग शुल्क वसूलने लगें और मुफ्त इनकमिंग कॉल का दौर पूरी तरह खत्म हो जाए।
फायदे में रह सकते हैं जियो ग्राहक
दूरसंचार क्षेत्र के जानकारों का कहना है कि जियो 6 दिसंबर को जब अपनी नई टैरिफ का ऐलान करेगी, तो प्रतिद्वंदी कंपनियों के मुकाबले ग्राहकों को ज्यादा राहत दे सकती है। कंपनी ने पहले भी कहा था कि हम अन्य कंपनियों से 20 फीसदी सस्ते टैरिफ देंगे, जबकि सेवाओं में 300 फीसदी बढ़ोतरी जारी रहेगी।
इसके अलावा जियो के पर न सिर्फ सबसे ज्यादा ग्राहक हैं, बल्कि 90 फीसदी ग्राहक प्रीपेड हैं जिससे कम शुल्क बढ़ाकर भी कंपनी बड़ा मुनाफा कमा सकती है। वहीं, वोडा आइडिया और एयरटेल के कुल ग्राहकों में से करीब 30 फीसदी पोस्टपेड हैं और कंपनी ने इस सेग्मेंट में कोई बढ़ोतरी नहीं की है।
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