रायपुर। राष्ट्रीय स्तर पर छत्तीसगढ़ को बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। राष्ट्रीय पंचायत अवार्ड 2019 के तहत प्रदेश के 11 जिला, जनपद और ग्राम पंचायतों को राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया हैं।
योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और ग्रामसभाओं के सार्थक आयोजन और उत्कृष्ट कार्यों के लिए पंचायतों को ये पुरस्कार दिया गया है। भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय द्वारा आज नई दिल्ली के राष्ट्रीय कृषि विज्ञान कॉम्प्लेक्स में राष्ट्रीय पंचायत अवार्ड का आयोजन किया गया, जहां छत्तीसगढ़ के पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव ने केंद्रीय पंचायत मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के हाथों पुरस्कार ग्रहण किया।
इस दौरान छत्तीसगढ़ को ई-पंचायत सहित विभिन्न पुरस्कार प्रदान किए गए। इस अवसर पर पंचायत विभाग के अपर मुख्य सचिव आरपी मण्डल भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान सिंहदेव ने कुछ सुझाव भी दिये, जिसमें कहा है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत फंड की स्वीकृति भौगोलिक स्थिति के अनुसार हो तथा नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में डबल कनेक्टिविटी हो।
केन्द्रीय पंचायतीराज मंत्रालय द्वारा दीनदयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तिकरण पुरस्कार जिला पंचायत कांकेर तथा धमतरी जिले के नगरी जनपद पंचायत और कबीरधाम जिले के सहसपुर लोहारा जनपद पंचायत, सूरजपुर जिले के कंदरई ग्राम पंचायत, राजनांदगांव के मुसराकला और रूआताला पंचायत, धमतरी के अरौद तथा दुर्ग जिले के बोरई ग्राम पंचायत को यह पुरस्कार दिया गया है।
वहीं, राजनांदगांव जिले के छुईखदान जनपद पंचायत के कुटेलीखुर्द ग्राम पंचायत को नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा पुरस्कार दिया गया है। ग्राम सभा के सफल और सार्थक आयोजन के सभी मानकों पर खरा उतरने वाले कुटेलीखुर्द पंचायत को इस पुरस्कार से नवाजा गया है।
वहीं, चाइल्ड फ्रेंडली पुरस्कार बीजापुर जिले के कुटरू को मिला है। पंचायतों के सशक्तिकरण और विभागीय योजनाओं को लागू करने में सूचना और संचार तकनीक के प्रभावी उपयोग के लिए छत्तीसगढ़ को भारत सरकार के पंचायतीराज मंत्रालय ने ई-पंचायत पुरस्कार से नवाजा है। आईसीटी के इस्तेमाल में प्रदेश को पूरे देश में तीसरा स्थान मिला है।
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