रायपुर। नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने प्रदेश की आर्थिक हालात पर प्रतिक्रिया देते कहा कि कुछ ऐसे ही हालात अविभाजित मध्यप्रदेश के समय रहा है जो अब छत्तीसगढ़ का है। हर तरफ विकास थमा हुआ है, आर्थिक बदहाली के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल केवल विकास का दावा करने में जुटे हैं।
उन्हें याद होना चाहिए कि दिग्विजय सिंह के नेतृत्व वाली सरकार के कुछ हालत भी मध्यप्रदेश में थी उस समय छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश का हिस्सा ही था, खुद मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के मंत्री मण्डल में मंत्री रहे भूपेश बघेल का भी शायद दिग्विजय की तरह ही मानना है कि विकास कार्यों से चुनाव नहीं जीते जाते।
उन्होंने कहा जिन विकास के वादों के साथ प्रदेश की सरकार सत्ता में आई है, उससे पलट कर केवल प्रतिशोध और बयानों से सुर्खय़िां बटोरना चाहते हैं।उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार लगातार कर्जे पर कर्जा ले रही है, किसानों को कर्ज माफी के नाम पर छला गया है।
साथ ही अब विकास के नाम पर भेजे गए पैसे भी वापस बुलाए जा रहे हैं। इसी तरह के आर्थिक बदहाली के हालत दिग्विजय सिंह के सरकार में थी उन्हीं कार्यों का अनुसरण मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कर रहे हैं।
नेताप्रतिपक्ष कौशिक ने कहा कोई भी सरकारें बयानों से नहीं भरोसे से चलती है और प्रदेश की यह सरकार जनता के बीच केवल 10 माह में अपना भरोसा खो चुकी है। सड़कों की बदहाली प्रदेश की विकास की तस्वीर को खुद ही बयां कर रही है।
जिन रास्तों में चंद घण्टों यात्रा आसानी से की जाती थी आज उन्हीं रास्तों में कई घण्टों तक यात्रा करना मुश्किल हो गया है। बस्तर से लेकर सरगुजा तक विकास के पहिये पर पूरी तरह से विराम लग चुका है। केवल यह सरकार भ्रम का सहारा लेकर काम कर रही है जिसे जनता भी आने वाले समय में करारा जवाब देगी।
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