रायपुर। राज्य में फिलहाल अब अच्छी बारिश के आसार कम नजर आ रहे हैं। राज्य के निकट बने सिस्टम आदि कमजोर होकर समाप्त हो गए हैं। हालांकि वातावरण में व्याप्त नमी और स्थानीय प्रभाव से राज्य में कहीं-कहीं पर हल्की बारिश अथवा गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे की संभावना बनी हुई है।
मौसम विभाग से जुड़े सूत्रों ने बताया कि तीन-चार दिन पहले मध्यप्रदेश, झारखंड, ओडिशा और आंध्रप्रदेश के ऊपरी हवा में बने चक्रवात आदि कमजोर होकर समाप्त हो गए हैं। यही वजह है कि राजधानी रायपुर सहित प्रदेश के अनेक स्थानों पर बारिश की गतिविधियों पर फिलहाल विराम लगा हुआ है।
ओडिशा और आंध्रप्रदेश के ऊपरी हवा में बने चक्रवाती सिस्टम के असर से प्रदेश में अच्छी मात्रा में नमी आ रही थी, इसी के चलते आसमान में बादल छाए हुए थे तथा राज्य में कहीं-कहीं पर हल्की बारिश भी दर्ज की जा रही थी।
लेकिन इन सिस्टमों के समाप्त होते ही आसमान में छाए बादल भी छंटने लगा है और बारिश की गतिविधियों पर फिलहाल अल्प विराम लग गया है। दूसरी ओर मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी प्रदेश में झमाझम बारिश के आसार नहीं है, लेकिन समुद्र की ओर से आ रही नमीयुक्त हवा और स्थानीय प्रभाव के चलते राज्य में कहींं-कहीं पर हल्की से मध्यम बारिश अथवा गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे की संभावना बनी हुई है।
खाड़ी में होने वाली हलचल भी फिलहाल नजर नहीं आ रही है, लिहाजा यह कहना गलत भी नहीं होगा कि अभी तीन-चार दिनों तक प्रदेश में अच्छी बारिश की उम्मीद नहीं है।
हालांकि मौसम विभाग का यह भी कहना है कि आने वाले तीन-चार दिनों के बाद एक सिस्टम फिर से तैयार हो सकता है, इस बात के संकेत मिल रहे हैं, लेकिन इस सिस्टम को तैयार होने में अभी वक्त लगेगा।
इस दौरान राज्य में केवल हल्की बारिश अथवा गरज-चमक के साथ बौछारें पडऩे की संभावना बनी रहेगी। इसके अलावा फिलहाल अब झमाझम बारिश के आसार काफी कम नजर आ रहे हैं।
दूसरी ओर दक्षिण-पश्चिम मानसून अब देश के कुछ हिस्सों से वापस होने लगा है। राज्य में अक्टूबर के 12 से 15 तारीख के मध्य मानसून की प्रदेश से विदाई हो जाती है। अब लौटते हुए मानसून से ही प्रदेश के मैदानी इलाकों में एक बार और अच्छी बारिश की उम्मीद लगाई जा रही है।
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