रायपुर। राज्य में शिक्षा गुणवत्ता संवर्धन के लिए राज्य स्तरीय आंकलन किया जा रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इस वर्ष कक्षा पहली से आठवीं तक का आंकलन 14 अक्टूबर से शुरू होगा। इसके लिए आंकलन कैलेण्डर जारी कर दिया गया है। स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव ने सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को राज्य के स्कूलों में संचालित होने वाली आंकलन का कार्य निर्धारित कैलेण्डर के अनुसार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
आंकलन कैलेण्डर के अनुसार कक्षा पहली से आठवीं के लिए रचनात्मक (फारमेटिव) आंकलन और सावधिक (पिरियोडिक) आंकलन होगा। इस वर्ष कक्षा पहली से नवमीं तक योगात्मक (समेटिव) आंकलन किया जाएगा।
कक्षा तीसरी, पांचवीं और आठवीं के लिए स्कूल में तैयारी कार्यक्रम का भी आंकलन होगा। रचनात्मक आंकलन के लिए राज्य स्तर से लर्निंग ऑउटकम्स से संरेखित सुझावात्मक गतिविधियों की सूची ऑन लाइन उपलब्ध होगी। रचनात्मक (फारमेटिव) एक का आंकलन 14 से 19 अक्टूबर तक किया जाएगा और सावधिक, एक आंकलन 14 से 19 अक्टूबर तक किया जाएगा। यह आंकलन रचनात्मक, सावधिक और योगात्मक होगा। पहला योगात्मक आंकलन 9 दिसम्बर से 14 दिसम्बर तक, रचनात्मक-दो आंकलन 3 फरवरी से 8 फरवरी 2020 तक, सावधिक-दो आंकलन 3 फरवरी से 8 फरवरी 2020 तक और समेटिव-दो आंकलन 6 अप्रैल से 11 अप्रैल 2020 तक किया जाना प्रस्तावित है। वहीं रचनात्मक-एक आंकलन 1-4 इकाई 10 अंकों का, सावधिक-1 आंकलन 1-4 इकाई 25 अंकों का, योगात्मक आंकलन 1-6 इकाई 40 अंकों का, रचनात्मक-दो आंकलन 7-9 इकाई 10 अंकों का, सावधिक-दो आंकलन 7-9 इकाई 25 अंकों का, योगात्मक-दो आंकलन 7-10 इकाई 40 अंकों का होगा।
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