रायपुर। जांजगीर-चांपा जिले के प्रभारी मंत्री टी.एस. सिंहदेव बुधवार को डीएमएफ (जिला खनिज न्यास निधि) की बैठक में शामिल हेलीकाप्टर से जांजगीर रवाना हुए। इससे पहले श्री सिंहदेव पत्रकारों से चर्चा की। पत्रकारों ने पूछा कि केन्द्र से एक ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा चिकत्सकों की सुरक्षा के लिए वह हमारे राज्य में आया है इस उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी में यह नहीं है।
पता करता हूं। हम लोग जरूर इस पर विचार कर रहे हैं। मीडिया, वकीलों चिकित्सकों के लिए हमारे जनघोषणा पत्र में लिखित हिस्सा है। उनके सुरक्षा के लिए कानून लाए ये हम लोग कर रहे हैं। पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कमेटी बनी है।
उसमें काम काफी आगे बढ़ गया है। आयुष्मान योजना की तारीख पर उन्होंने कहा कि पिछली सरकार ने जो समझौता किया था वह एक साल बढ़ाने का प्रावधान था। जिन सर्तों पर हम आगे बढ़ाना चाहते हैं उस पर गहन बिना तपसीस के कुछ परिवर्तन करना अनुचित लग रहा है। कई ऐसे काम हैं, इलाज है जिसके लिए बड़ी-बड़ी राशि उपयोग में लाई जा रही है।
ये देखा जा रहा है सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था की जो बुनियाद बनी हुई है, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सब हेल्थ सेन्टर, जिला स्वास्थ्य केन्द्रों आदि में डिलीवरी के लिए सरकार प्रोत्साहित भी कर रही है।
महिलाओं को एक राशि प्रसव के लिए दे भी रही है। निजी क्षेत्रों में 50-60 करोड़ रूपये प्रायवेट क्षेत्र में चला जा रहा है। देश में डेन्टल को आयुष्मान में नहीं रखा गया है लेकिन छत्तीसगढ़ में रखा गया है। कई ऐसे उपचार है जो इसमें शामिल नहीं किया गया है उसमें बड़ी राशि लगती है उसके लिए हमें गहन विचार की जरूर है।
आयुष्मान में एक परिवार की सीमा है उसमें कहीं ज्यादा राशि लगती है। क्या हम इसे आयुष्मान के दायरे में ला सकते हैं इसे छाटा जा सकता है। कई ऐसे संवेदनशील चीजें है जिसे बिना सोचे समझे नहीं किया जा सकता है। इसके लिए तीन महीने के लिए हमने समय बढ़ाया है। ये इंसोरेंस मॉडल आएगा। बदले हुए स्वरूप में आएगा ऐसा मुझे लगता है।
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