बलौदाबाजार। गिरदावरी के महत्वपूर्ण काम में लापरवाही को जिला कलेक्टर ने गंभीरता से लेते हुए दो पटवारी और एक आरआई को तत्काल निलंबित कर दिया है। उन्होंने संबंधित दोनों तहसीलदारों और एक अन्य आरआई को मॉनीटरिंग में ढिलाई बरतने पर शो कॉज नोटिस भी जारी किए हैं।
निलंबित कर्मचारियों की विभागीय जांच भी साथ-साथ चलेगी।कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने आज एकाएक कसडोल एवं बिलाईगढ़ तहसील के दो गांवों-बम्हनी और मड़कड़ी का दौरा कर गिरदावरी कार्य का जायजा लिया।
निरीक्षण में वे स्वयं अधिकारियों के साथ खेत-खेत गए। गिरदावरी के नाम पर केवल खानापूरी किए जाने पर उन्होंने गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए मौके पर ही दोषियों के विरूद्ध निलंबन के निर्देश दिए। उन्होंने चेताया है कि गिरदावरी राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग का महत्वपूर्ण काम है।
इस काम में आगे किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निरीक्षण में अपर कलेक्टर जोगेन्द्र नायक एवं संयुक्त कलेक्टर अरविन्द पाण्डेय भी साथ थे।जिला कलेक्टर के निलंबन की गाज जिन कर्मचारियों पर गिरी है, उनमें कसडोल तहसील के आरआई रमाकांत कैवत्र्य एवं पटवारी राजेश ठाकुर तथा बिलाईगढ़ तहसील के मड़कड़ी पटवारी बसंत महन्त शामिल हैं।
इनके साथ ही कसडोल के तहसीलदार श्री शंकरलाल सिन्हा एवं बिलाईगढ़ तहसीलदार अमित श्रीवास्तव एवं आरआई प्रमोद साहू को शो कॉज नोटिस जारी किया गया है। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा गिरदावरी के काम को अत्यंत गंभीरता से करने के निर्देश दिए हैं।
इसके लिए एक अगस्त से 20 सितम्बर तक की समय-सीमा निश्चित की गई है। दस बिन्दु की कार्य-योजना पर जानकारी एकत्र करके रिपोर्ट राज्य सरकार के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग को भेजा जाना है। जिले की सभी 3 सौ पटवारी हल्के में एक साथ यह काम जारी है।
बाकायदा इसके लिए पटवारी हल्के स्तर पर टीम गठित करके उन्हें नियमानुसार प्रशिक्षित किया गया है। योजना के अनुसार हर गांव के प्रत्येक खसरा नम्बर की जानकारी टीम द्वारा एकत्र की जाएगी। इसकी पंचनामा भी कराई जा रही है। प्रत्येक खसरा नम्बर के खेत का एक तरह से इतिहास एवं भूगोल आज की तारीख में अभिलेखित किया जा रहा है।
कलेक्टर श्री गोयल आज जिला मुख्यालय से राजस्व अधिकारियों की टीम साथ लेकर इस कार्य का मौका मुआयना करने निकले। वे पहले कसडोल तहसील के गांव बम्हनी पहुंचे। बम्हनी में कार्यक्रम के अनुसार 18 अगस्त से गिरदावरी का काम शुरू हुआ है।
कलेक्टर स्वयं गिरदावरी हो चुके खेतों तक गए और मौके पर संधारित अभिलेखों का संज्ञान लिया। राजस्व पटवारी द्वारा प्रत्येक खसरे का भूमि उपयोग, फसल वितरण एवं शासकीय खसरों में अतिक्रमण दर्ज कर रिकार्ड संधारित करते हुए रकबे को अलग करना नहीं पाया गया। जो कि काम में गंभीर लापरवाही दिखाता है।
इसी तरह बिलाईगढ़ तहसील के ग्राम मड़कडी में चल रही गिरदावरी का खेत में सत्यापन किया गया एवं रिकार्ड की जांच की गई। यहां पाया गया कि खसरा का चकवार गिरदावरी नहीं करते हुए अलग-अलग दिशाओं में गिरदावरी की गई है।
इनकी प्रविष्टि भी नहीं की गई है। पिछले साल के धान पंजीयन का सत्यापन भी नहीं किया गया है। कलेक्टर ने इन गांवों में फसलों की ताजा स्थिति का भी अवलोकन किया। कुछ किसानों से बातचीत कर ताजा हालात की जानकारी ली। इस अवसर पर कसडोल के एसडीएम प्रकाश राजपूत एवं बिलाईगढ़ के एसडीएम शोरी भी उपस्थित थे।
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