बीजापुर। भोपालपटनम में लेम्प्स द्वारा किसानों को बांटे गए लोन को लेकर बवाल मचा हुआ है, दो गुटों के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी है । भोपालपटनम तहसीलदार द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए पट्टों के एवज में बांटे गए लोन की जांच की जा रही है।
भोपालपटनम ब्लाक के कांदला, उल्लूर एवं भोपल्टनम में 5 साल पहले संदेहास्पद पट्टों से लोन लिए जाने की जानकारी सामने आ रही है, कुछ माह पूर्व ही प्रदेश सरकार ने लोन माफ भी कर दिया है, अब कर्ज लिए गए पेश किए गए पट्टों की असलियत जानने के लिए दस्तावेजों को खंगाला जा रहा है।
इन पट्टों को लेकर लेम्प्स प्रबंधक पर भी सवाल उठाए गए, जिसे लेकर दो गुटों में आरोप पत्यारोप का दौर भी जारी है। इस मामले के सुर्खियों में आने के बाद अब 2013-14 में किसान क्रेडिट कार्ड से दिए गए कर्ज को लेकर पट्टे व दीगर कागजातों जांच के लिए तहसीलदार को जांच की अर्जी सौंपी गई है ।
इस मामले पर भोपालपटनम तहसीलदार शिवनाथ बघेल ने बताया कि किन-किन गांव सम्बंधित किसानों को जमीन आबंटित है इसकी जांच की जा रही है, जांच में थोड़ा वक्त लगेगा। सबसे ज्यादा आश्चर्य की बात तो ये है कि उद्यान अधीक्षक ने आलू, टमाटर, और अदरक लगाए जाने की लिखित में पुष्टि की है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांदला के 5, उल्लूर के 2 और भोपालपटनम के 7 किसानों को आलू, टमाटर, और अदरक की खेती के लिए लेम्प्स से कर्ज दिया गया था। बताया जा रहा है कि किसानों ने 3 लाख के अंदर का ही कर्ज लिया गया था ।
तब ये कर्ज 31,88,316 रुपये का था जो इस वर्ष तक ब्याज के साथ साढ़े पांच लाख से ज्यादा का कर्ज भूपेश सरकार ने माफ कर दिया है।
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