रायपुर। बारिश नहीं होने से किसानों में मायूसी छाई हुई है। जिसका असर ऋण माफी तिहार में साफ देखा जा सकता है। किसान पहुंच तो रहे हैं लेकिन उनके चेहरों पर खुशी नहीं दिख रही है।
किसान पिछले साल हुई कर्ज माफी का जश्न ठीक से नहीं मना पा रहे हैं। किसानों को आशंका है अकाल की। अभी तक बारिश नहीं हुई और जिस वजह से खेत सूखे पड़े हैं। रोपाई-बुआई का काम पिछल गया है।
समिति स्तर पर 30 जुलाई तक और शाखा स्तर पर 10 अगस्त तक जिले में ़ऋण माफी तिहार मनाया जा रहा है। कल जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक द्वारा 11 सहकारी बैंक समितियों में कृषक ऋण माफी तिहार मनाया गया।
जिन सहकारी बैंक शाखाओं में कृषक ऋण माफी तिहार मनाया गया उसमें टाटीबंध, गुमा, सारागांव, गौरभाठ, बरौदा, चिखली, सिवनी, सरफोंगा, तिल्दा, पचरी और फरहदा शामिल है।
टाटीबंध समिति में 42 किसानों का 25 लाख 9 हजार, गुमा समिति में 387 किसानों का 95 लाख 28 हजार, सारागांव समिति में 678 किसानों का 3 करोड़ 17 लाख 62 हजार, गौरभाठ समिति में 795 किसानों का 2 करोड़ 62 लाख 65 हजार, बरौदा समिति में 110 किसानों का 34 लाख 16 हजार, चिखली समिति में 760 किसानों का 2 करोड़ 63 लाख 3 हजार, सिवनी समिति में 489 किसानों का 1 करोड़ 71 लाख 8 हजार, सरफोंगा समिति में 534 किसानों का 2 करोड़ 67 लाख 58 हजार, तिल्दा समिति में 703 किसानों का 2 करोड़ 65 लाख 66 हजार, पचरी समिति में 1103 किसानों का 3 करोड़ 91 लाख 78 हजार और फरहदा समिति में 624 किसानों का 2 करोड़ 74 लाख 38 हजार रूपये ऋण माफ किया गया।
इस तरह कृषक ऋण माफी तिहार के तहत आज 6 हजार 225 किसानों को कुल 23 करोड़ 69 लाख 36 हजार रूपये का ऋण माफ किया गया है। इसके साथ-साथ सहकारी समितियों में नये सदस्य जोड़े गये तथा खरीफ वर्ष 2019-20 में समस्त पात्र किसानों को ऋण वितरण किया जा रहा है।
खाद, बीज का वितरण एवं कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, मत्सस्य पालन विभाग तथा पशुपालन विभाग से संबंधित जानकारी उपस्थित कृषकों को दी गई। ऋण माफी तिहार में सम्मिलित ग्रामीणों द्वारा समिति प्रांगण में पौधरोपण कार्य भी किया गया।
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