रापपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने बीते दो दिनों के भीतर अम्बिकापुर, कवर्धा में पुलिस कस्टडी में हुई मौतों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस प्रताडऩा के कारण ही दोनों की मौत हुई है।
गृहमंत्री और डीजीपी घटनाओं को लेकर चिंतित नहीं है। आरक्षक को निलंबित करना कोई हल नहीं है।श्री कौशिक ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि दोनों ही जगहों पर पुलिस का कहना है कि रात भर कस्टडी में रहने के बाद शौचालय के लिए सुबह छोड़ा गया जिस वक्त दोनों ही जगहों पर आरोपियों ने फांसी लगाई।
उन्होंने कहा कि दोनों ही जगह पुलिस हिरासत में प्रताडऩा के कारण मौत हुई है। उन्होंने कुम्हारी, चंगोराभाठा, दोरनापाल, नवा गांव, कटघोरा सहित पिछले कुछ दिनों में हुई सभी घरनाओं का जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के गृहमंत्री, डीजीपी इस सभी घटनाओं को लेकर चिंतित नहीं है। लाकअप में प्रताडऩा की जांच क्यो नहीं हो रही। भाजपा इन घटनाओं की पूरी जांच चाहती है।
घटनाएं कैसे रुकेंगी, इस पर काम करना चाहिए। नैतिकता के नाते गृहमंत्री को त्यागपत्र देना चाहिए। सभी घटनाओं की न्यायीय जांच होनी चाहिए।
उन्होंने मृतकों के परिवार वालों के लिए मुआवजे की मांग की है। उन्होंने कहा कि नई सरकार नया संस्कृति लेकर आई है। आरक्षक को निलंबित करना ये कोई हल नहीं है।
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