रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) ग्रामीण परिवारों के आजीविका संवर्धन और महिला सशक्तिकरण के साथ ही अब लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए भी काम करेगी।
मिशन द्वारा राज्य के 14 जिलों के 18 विकासखंडों में लैंगिक समानता के लिए गतिविधियां संचालित की जाएंगी। इसकी रणनीति तैयार करने निमोरा स्थित ठाकुर प्यारेलाल पंचायत एवं ग्रामीण विकास संस्थान में राज्य स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की संयुक्त सचिव सुश्री नीता केजरीवाल और राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के संचालक अभिजीत सिंह ने भी कार्यशाला में हिस्सा लिया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय की संयुक्त सचिव सुश्री नीता केजरीवाल ने कहा कि ग्रामीण आजीविका और महिला सशक्तिकरण के लक्ष्यों को हासिल करने हर समुदाय में लैंगिक समानता जरूरी है।
उन्होंने लैंगिक समानता की गतिविधियों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए मॉडल क्लस्टर विकसित करने पर जोर दिया। कार्यशाला में बिल एंड मिलेंडा गेट फाउंडेशन की सुश्री यामिनी ने लिंग भेद के कारण ग्रामीण महिलाओं के जीवन पर पडऩे वाले प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष प्रभावों पर विस्तार से जानकारी दी हैं।
लैंगिक समानता को बढ़ावा देने ‘बिहानÓ की इस परियोजना की तकनीकी सहयोगी आईडब्लूडब्लूएजीई और चैतन्य संस्था की प्रतिनिधि सुश्री कल्पना पंत ने प्रतिभागियों को परियोजना के उद्देश्यों एवं इसके अंतर्गत संचालित की जाने वाली गतिविधियों के बारे में बताया।
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