रायपुर। राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश भागों में बारिश की गतिविधियों पर लगे अल्पविराम के बाद प्रदेशवासी उमस और गर्मी से बेहाल हो गए हैं। प्रदेश में अभी तक ढंग से बारिश शुरू भी नहीं हो पाई है कि मानसून कमजोर प्रतीत हो रहा है।
इसके चलते आने वाले दिनों में खेती-किसानी का काम भी बुरी तरह से प्रभावित हो सकता है। मानसून के आगाज के साथ ही राजधानी रायपुर में अच्छी बारिश हुई थी, लेकिन इसके बाद से ही बारिश की गतिविधियां पूरी तरह से ठप हो गई है।
यही हाल प्रदेश के अन्य इलाकों में भी है, जहां मानसून के दस्तक देने के बाद हल्की से मध्यम बारिश रिकार्ड की गई, लेकिन बीते 4-5 दिनों से बारिश की गतिविधियां राजधानी सहित आसपास के इलाकों में तथा प्रदेश के अधिकांश भागों में ठप हो गई है।
भीषण गर्मी के बाद आसमान में छाए हल्के बादल और बारिश नहीं होने से पूरा वतावरण उमस से भर गया है। आसमान में छाए हल्के बादलों के बीच निकल रही चिलचिलाती धूप और वातावरण में व्याप्त नमी से लोग पसीने से तरबतर हो रहे हैं और बेसब्री से बारिश का इंतजार कर रहे हैं।
दूसरी ओर प्रदेश में फिलहाल निकट भविष्य तक अच्छी बारिश का कोई संकेत नहीं है। बंगाल की खाड़ी में भी विशेष रूप से कोई हलचल नहीं होने से फिलहाल बारिश के आसार काफी कम दिखाई दे रहा है।
इधर एक बार बारिश होने के बाद बारिश नहीं होने से प्रदेश में खेती-किसानी का काम भी पिछड़ते जा रहा है। अल्प बारिश के चलते कृषक वर्ग में काफी चिंता देखी जा सकती है। इधर भीषण गर्मी में पूरी तरह से सूख चुके नदी-नालों को भी अच्छी बारिश की दरकरार है।
यह भी देखें :
छत्तीसगढ़: राष्ट्रगान के वक्त गायब थे अधिकरी-कर्मचारी…कलेक्टर ने दिया शो-कॉज नोटिश…
Add Comment