रायपुर। लंबी छुट्टी के बाद आज से नये शिक्षा सत्र का आगाज हो गया। काफी दिनों से बंद स्कूलों के पट खुलते ही स्कूल बच्चों से गुलजार हो गया। नई उमंग, उत्साह और नये जोश के साथ बच्चे स्कूल पहुंचे।
अपने पुराने दोस्तों से मिल कर बच्चे खिलखिला उठे। छोटे बच्चे जहां खेलने में मशगूल थे, वहीं बड़े बच्चे अपने सहपाठियों को गले मिलकर स्कूल खुलने की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। वहीं पहली, छठवीं और नवमीं कक्षा में प्रवेश करने वाले विद्यार्थियों का स्वागत तिलक लगाकर एवं आरती उतार कर किया गया। साथ ही पाठ्यपुस्तक, गणवेश का वितरण किया गया।
पिछले कुछ सालों से स्कूलों को 15 जून को ही बच्चों के लिए खोल दिया जाता था, मगर इस बार भीषण गर्मी पडऩे के साथ और मानसून की देरी के कारण राज्य शासन ने स्कूलों को 24 जून से प्रारंभ करने का निर्णय लिया।
उल्लेखनीय है कि स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों में बच्चों के आगमन से पहले स्कूलों की साफ-सफाई और रंगाई-पुताई के साथ-साथ शिक्षकों सहित सभी कर्मचारियों को 18 जून से रोजाना स्कूल पहुंचने के निर्देश दिए थे। तिथि बदलने के बाद अब पहली, छटवीं और नवमीं कक्षा में प्रवेश करने वाले सभी विद्यार्थियों का स्वागत तिलक लगा एवं आरती उतार कर किया गया। साथ ही पाठ्यपुस्तक, गणवेश का वितरण किया गया है।
पहले ही दिन शिक्षकों पर रखी गई नजर
दूसरी ओर नये शिक्षा सत्र को लेकर शासन-प्रशासन काफी गंभीर है। पहले ही दिन शिक्षा विभाग की नजर शिक्षकों की उपस्थिति पर रही। शिक्षा विभाग के 100 अफसर करीब 500 स्कूलों का दौरा किया। अफसरों ने शिक्षकों की उपस्थिति पर नजर रखी। कई शिक्षक पहले ही दिन गायब मिले तो कई समय पर स्कूल नहीं पहुुंचे। गायब शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई की गई।
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह ने दी शुभकामनाएं…कहा…शिक्षा जिम्मेदार नागरिक निर्माण की नींव…
स्कूल शिक्षा, अनुसूचित जाति, जनजाति एवं अन्य पिछड़ा वर्ग मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने नए शिक्षा सत्र के लिए सभी बच्चों और शिक्षकों को शुभकामनाएं दी है। उन्होंने एक संदेश जारी कर कहा है कि नव प्रवेशी बच्चे शैक्षणिक जीवन की शुरूआत करने जा रहे हैं।
वहीं कई बच्चे अगली कक्षा में प्रवेश कर अपने कैरियर और लक्ष्य की ओर कदम बढ़ा रहे हैं। यह उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन का समय है। उन्होंने नए सत्र के लिए बच्चों और शिक्षकों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह सत्र आपके लिए खुशियों के अनगिनत पल लेकर आए, सभी प्रगति के सोपान गढ़े।
सत्र की यादें अगले सत्र को अच्छा बनाएंगी। बुनियादी शिक्षा से एक अच्छे नागरिक, संस्कारपूर्ण और शक्तिशाली राष्ट्र का सृजन होता है। डॉ. सिंह ने पालकों से आग्रह किया है कि वे अपने बच्चों को स्कूल अवश्य भेजें।
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