रायपुर। इन्दिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय मे सीईटी पेपर लिक मामले मे विश्वविद्यालय द्वारा गठित जाँच कमेटी सिर्फ लीपा पोती करती हुई दिखाई दे रही हैं, यदि विश्वविद्यालय प्रसासन द्वारा लिक मामले मे दोषियों के ऊपर कड़ी से कड़ी कार्यवाई नही किया गया तो सभी छात्र उग्र आन्दोलन के लिए बाध्य होंगे, जिसकी पूरी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन की होगी।
सभी छात्र साईबर जाँच की मांग रखते हैं, जिससे आडियो रिकार्डिंग की जाँच हो सके और दोषियों को सजा मिल सके। 6 जून को कृषि विश्वविद्यालय के छात्रों के द्वारा विश्वविद्यालय के सामने भूख हड़ताल कर रही जबकी विश्विद्यालय प्रशासन के एक भी कर्मचारी या अधिकारी ने सभी छात्रों की बातों नही सुना गया जिससे लगता है की विश्विद्यालय प्रशासन इस गंभीर मामले मे सिर्फ लीपा पोती कर रही हैं।
और विश्विद्यालय की जाँच पर सवाल भी खडे हो रहे हैं, ज्ञात है की इस वर्ष सीईटी पेपर लगभग 2500 से 3000 बच्चों ने पेपर दिलाया गया था जिससे इन सभी छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ होता दिख रहा हैं। इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के छात्रों की हड़ताल स्थगित कुलपति के अश्वान पर स्थगित हुई हड़ताल कुलपति ने मामले की जांच के लिए 2 दिन का समय मांगा हैं।
यह भी देखें :
तेज आंधी-तूफान के बीच हुई बारिश…कई स्थानों में जमकर हुई वर्षा…मौसम में आई ठंडकता
Add Comment