रायपुर। भीषण गर्मी से बेहाल प्रदेशवासियों को इस बार मानसून की ठंडी फुहार के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून 6 जून तक केरल तट पर दस्तक देगा, इसके बाद यह करीब पखवाड़े भर के भीतर छत्तीसगढ़ पहुंच जाता है।
हालांकि इस दौरान बनने वाली परिस्थितियों के अनुसार मानसून के आगे बढऩे की रफ्तार तय होगी। इस लिहाज से प्रदेश में 18 से 20 जून के मध्य मानसून दस्तक दे सकती है।
मौसम विभाग से जुड़े सूत्रों की माने तो इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून अपने तय समय से करीब एक सप्ताह विलंब से केरल तट पर दस्तक देगा।
केन्द्रीय मौसम विभाग ने भी इस आशय का पूर्वानुमान जारी कर दिया है कि इस बार मानसून 6 जून के आसपास केरल तट पर पहुंचेगा। आमतौर पर मानसून 1-2 जून को केरल तट पर पहुंच जाता है।
लेकिन इस बार चक्रवाती सिस्टम और अन्य कारणों के चलते मानसून करीब 4-5 दिनों के विलंब के साथ करेल तट पर पहुंचेगा।
इधर मौसम विभाग से जुडे सूत्रों ने बताया कि केरल तट के साथ ही श्रीलंका की ओर से बढऩे वाले दक्षिण-पश्चिम मानसून की रफ्तार तत्कालीन परिस्थितियों और इसके बाद बनने वाले मौसम और हवा की दिशा पर निर्धारित होता है।
प्रदेश में आमतौर पर 12 जून के आसपास दक्षिण-पश्चिम मानसून प्रदेश में बस्तर के रास्ते दस्तक देता है। इस बार इसमें कुछ विलंब हो सकता है। हालांकि यह पूर्वानुमान है और तय समय में निर्मित होने वाली परिस्थितियों के अनुसार मानसून के आगमन की अधिकृत पुष्टि की जाती है।
दूसरी ओर राहत भरी खबर यह है कि इसके पहले ही प्रदेश के बस्तर, रायपुर संभाग में मानसून पूर्व पडऩे वाली बौछारें शुरू हो जाएंगी। इससे भीषण गर्मी से बेहाल लोगों को काफी राहत मिलेगी।
मौसम विभाग से जुड़े सूत्रों के अनुसार इस वर्ष दक्षिण-पश्चिम मानसून मजबूत रहेगी और प्रदेश में औसतन बारिश जरूर होगी। बहरहाल प्रदेशवासियों को अब बेसब्री से मानसून की झमाझम बारिश का इंतजार है।
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