रायपुर। ग्रीष्म ऋतु और बारिश पूर्व जल जनित व संक्रामक बीमारियों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए नगर निगम, जिला स्वास्थ्य व चिकित्सा, मलेरिया व महिला बाल विकास विभाग की संयुक्त बैठक हुई। जिसमें बीमारियों से बचाव के लिए सार्थक प्रबंध करने सभी विभागों ने अपनी भूमिका पर विस्तार से चर्चा की।
कमिश्नर शिव अनंत तायल के निर्देश पर इस बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कहा गया कि सभी विभाग पीलिया, डेंगू, मलेरिया,जैसी बीमारियों से बचाव के लिए हर स्तर पर आम नागरिकों को जागरूक करने मिलकर प्रयास करें।
इस हेतु नगर निगम व लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग पेय जल की सतत व्यवस्था के साथ-साथ जल भराव को रोकने, नालों व नालियों की नियमित सफाई, दवा छिड़काव की व्यवस्था करेगा। प्रदूषित खाद्य व पेय पदार्थों, अखाद्य बर्फ के विनिष्टीकरण के लिए नगर निगम खाद्य विभाग के साथ मिलकर अपनी सतत कार्रवाई आगे भी जारी रखेगा। इसी तरह पानी में क्लोरीन की मात्रा की जांच नियमित रुप से नगर निगम द्वारा आगे भी की जाएगी।
इस दौरान शहर में रेहड़ी, होटल, रेस्तरां आदि में खाद्य व पेय पदार्थों की निरंतर जांच की जाएगी। यदि कहीं सड़ा-गला या दूषित खाद्य प्राप्त होता है तो उसे तुरंत नष्ट किया जाएगा। जूस व गन्ना रस विक्रेताओं के पास यदि अखाद्य बर्फ पाया जाता है तो उसे भी नष्ट करने व खाद्य सुरक्षा के मानकों का ध्यान न रखने पर संबंधित दुकानदार पर दंडात्मक कार्यवाही की जाएगी। विभिन्न कार्यों के संचालन व त्वरित क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिये जिला स्वास्थ्य विभाग तथा नगरनिगम नियंत्रण कक्ष स्थापित करेगा ।
चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे, साथ ही दवाओं की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग से कहा गया है कि पूर्व में प्रभावित क्षेत्रों पर अभी से लगातार नजर रखें और जहां भी मौसमी या जलजनित बीमारियों के रोगी की पहचान होती है वहां अविलंब स्वास्थ शिविर लगाकर पीडि़तों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराएं।
महिला व बाल विकास विभाग से कहा गया है कि गर्भवती महिलाओं और बच्चों का इस मौसम में विशेष ध्यान देने सभी को जागरूक करें। बैठक में समस्त आठ जोन के कमिश्नर व स्वास्थ्य अधिकारी एवं स्वास्थ व महामारी नियंत्रण के कर्मचारी, महिला व बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
यह भी देखें :
Add Comment