रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सरकार पर कोई भी आरोप लगे इससे पहले ही बघेल अपनी सख्ती दिखा इस बात को साबित कर देते है कि शिकायत और समस्याओं पर कितनी बारिकी से ध्यान दिया जा रहा हैं। 23 अप्रैल को एक ठेकेदार ने मुख्यमंत्री भूपेश के नाम पत्र लिखकर कार्यपालन अभियंता की शिकायत की थी।
जिस पर बुधवार शाम विभाग ने आदेश जारी कर अभियंता मृगेन्द्र सोनवानी को बर्खास्त कर दिया हैं। गौरतलब है कि आयुर्वेदिक कालेज में शंकरा इंटरप्राइजेज नाम की कंपनी निर्माण कार्य कर रही है। निर्माण कार्य की किश्त 1.50 करोड़ रुपये बकाया था, जिसे मृगेंद्र सोनवानी ने रोक रखा था।
शंकरा इंटरप्राइजेज ने इस मामले में कई दफा शिकायत दर्ज करायी, लेकिन सुनवाई नहीं होने पर उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को पत्र भेजा। इस पत्र में शिकायत की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिये। शिकायत के आधार पर मृगेंद्र सोनवानी की संविदा समाप्त करते हुए उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है।
पत्र में शंकर इंटरप्राइजेज द्वारा लिखा गया है कि कार्यपालन अभियंता मृगेंद्र सोनवानी खुद को मुख्यमंत्री के सचिव टामन सिंह सोनवानी का रिश्तेदार बताकर लगातार डराया जाता रहा है, उनका डेढ़ करोड़ का भुगतान भी रोक रखा गया है।
लंबित भुगतान मांगने पर कमीशन की डिमांड की जा रही है, साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि वो सीएम के सचिव के रिश्तेदार हैं, उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। पत्र में कहा गया था कि इस मामले की शिकायत सीजीएमएससी सहित स्वास्थ्य मंत्री और विभागीय अधिकारियों को भी की गयी, लेकिन कोई शिकायत नहीं की गयी।
हारकर शंकरा इंटरप्राइजेज ने मुख्यमंत्री पत्र लिखकर गुहार लगायी और इधर मृगेंद्र सोनवानी की संविदा समाप्ति का आदेश भी सरकार ने देर शाम जारी कर दिया।
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