रायपुर। राजधानी के डीकेएस सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में 60 वार्ड ब्वॉय को नौकरी से निकालने के बाद 58 कम्प्यूटर ऑपरेटरों को भी नौकरी से निकाल दिया गया है। ये सभी कर्मी ठेका कंपनी से जुड़े थे और पिछले करीब 7 महीने से काम कर रहे थे।
प्रदेश के एकमात्र सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में शुरूआत से एमआरडी शाखा के अंतर्गत 115 कम्प्यूटर ऑपरेटर रखे गए। ये सभी कर्मी कॉल इन सर्विस ठेका कंपनी के हैं। अस्पताल का खर्च कम करने के लिए ठेका कंपनी को अपना वर्कर कम करने कहा गया था।
इसी के तहत ठेका कंपनी ने अलग-अलग वार्डों में काम कर रहे 58 कम्प्यूटर ऑपरेटर को नौकरी से निकाल दिया है। बीती शाम उन सभी को नोटिस थमाया गया। एक मई से वे सभी काम पर नहीं आएंगे।
नौकरी से बाहर हो रहे कर्मचारियों का कहना है कि ठेका कंपनी को एक कम्प्यूटर ऑपरेटर का वेतन 16 हजार रूपए मिल रहा था, लेकिन कंपनी उन्हें सिर्फ 9 हजार रूपए दे रही थी। ऐसे में ठेका कंपनी मुनाफाखोरी में लगी थी। उनका कहना है कि शासन ठेका कंपनी को अस्पताल से बाहर कर उन सभी को उसी वेतन पर नौकरी पर रखें, ताकि वे सभी फिर से बेरोजगार होकर सड़क पर न आ जाएं।
अस्पताल अधीक्षक डॉ. केके सहारे का कहना है कि निकाले जा रहे कर्मी एमआरडी से थे और वे सभी ओपीडी व अन्य जगहों पर काम कर रहे थे। उनके निकाले जाने से काम ज्यादा कुछ प्रभावित नहीं होगा। उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले करीब 60 वार्ड ब्वॉय नौकरी से निकाले गए हैं। ये सभी कर्मी क्लीनटेक ठेका कंपनी के अंतर्गत काम कर रहे थे।
यह भी देखें :
किन्नर से हो गया था युवक को प्यार…शादी भी कर ली…पछतावा हुआ तो उठाया कुछ ऐसा कदम…
Add Comment