बिलासपुर। निलंबित आईपीएस मुकेश गुप्ता और उसकी स्टोनो रेखा नायर को हाई कोर्ट से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट ने दोनों को सारे मामले में स्टे दे दी है। साथ ही जांच में सहयोग करने को कहा है। नान घोटाले मामले में फंसे डीजी मुकेश गुप्ता और रेखा नायर के खिलाफ हाई कोर्ट में जस्टीस सामंत के पास 6 और 7 में मामला दर्ज किया गया है।
इस पर पिछले दिनों बहस हुई। जिसमें वकील जेठमलानी ने बहस किया था। जिस पर आज फैसला सुनाते हुए कोर्ट नान घोटाला, फोन टेपिंग, दस्तावेजों में गड़बड़ी सभी मामले में स्टे लगा दिया। कोटे रेखा नायर और मुकेश गुप्ता को जांच में सहयोग करने कहा है।
मामले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो ने पूर्व डीजी मुकेश गुप्ता और एसपी नारायणपुर रजनेश सिंह के खिलाफ अपराध दर्ज निलंबन कर दिया था। तत्कालीन समय में डीजी पद पर पदस्थ मुकेश गुप्ता पर आरोप है कि न्यायालय की प्रक्रिया को गुमराह करते हुए झूठे साक्ष्य गढ़ते हुए अपराधिक षडय़ंत्र किया है।
कूटरचित दस्तावेज तैयार किए, अवैध रूप से फोन टैपिंग कराई है। मामला दर्ज होने के बाद कोर्ट ने बयान दर्ज कराने कई बार नोटिस जारी किए। लेकिन उपस्थित नहीं हुए थे। वे फरार चल रहे थे।
ज्ञात हो कि भाजपा शासनकाल में हुए छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित करोड़ों के नागरिक आपूर्ति निगम (नान) घोटाले में कांग्रेस सत्ता में आते ही एसआईटी गठित की है। मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 16 लोगों के खिलाफ जुर्म दर्ज किया था। एसआईटी गठन होने के बाद ईडी में मामला दर्ज किया गया।
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