रायपुर। छत्तीसगढ़ में पीएम मोदी की सभा मंगलवार को थी। उससे पहले सीएम भूपेश बघेल ने पत्रवार्ता करके मोदी पर निशाना साधा उसके बाद उन्होंने ट्वीटर पर भी कई ट्वीट करते हुए केन्द्र सरकार और उसके मुख्यिा को आड़े हाथों लिया।
भूपेश बघेल ने ट्वीट में लिखा है कि 2002 के गुजरात दंगों से लेकर, पिछले 5 वर्षों में देश मे फैली असहिष्णुता की भावना से स्पष्ट है कि मोदी जी इस देश को जाति-धर्म और संप्रदाय के नाम पर बांटना चाहते हैं।
उन्होंने इसके बाद एक और ट्वीट किया और राज्य की बात करते हुए लिखा कि छग की सांस्कृतिक विरासत बहुत समृद्ध है। इसे जो भी तोडऩे का प्रयास करेगा, उसे हर छत्तीसगढ़वासी मुंहतोड़ जवाब देगा।
2002 के गुजरात दंगों से लेकर, पिछले 5 वर्षों में देश मे फैली असहिष्णुता की भावना से स्पष्ट है कि मोदी जी इस देश को जाति-धर्म और संप्रदाय के नाम पर बांटना चाहते हैं।
छग की सांस्कृतिक विरासत बहुत समृद्ध है। इसे जो भी तोड़ने का प्रयास करेगा, उसे हर छत्तीसगढ़वासी मुंहतोड़ जवाब देगा।
— छोटा आदमी Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 16, 2019
भूपेश ने तीसरे ट्वीट में सीधे मोदी का टारगेट करते हुए लिखा है कि
गुजरात में चायवाला
यूपी में जाकर गंगा मां का बेटा
छत्तीसगढ़ में आते ही साहू
और अंबानी के यहां जाते ही चौकीदार
साथियों, बहुरुपिए से सावधान रहें!
क्योंकि जैसे ही सावधानी हटी,
वैसे ही पंचवर्षीय दुर्घटना घटी!!
ट्वीट के अंत में उन्होंने पब्लिक को सावधान करते हुए लिखा है कि जानकारी और जागरूकता ही बचाव है।
गुजरात में ‘चायवाला’
यूपी में जाकर’ गंगा मां का बेटा’
छत्तीसगढ़ में आते ही ‘साहू’
और अंबानी के यहां जाते ही ‘चौकीदार’साथियों, बहुरुपिए से सावधान रहें!
क्योंकि जैसे ही सावधानी हटी,
वैसे ही पंचवर्षीय दुर्घटना घटी!!जानकारी और जागरूकता ही बचाव है.
जय जोहार
जय कर्मा माता!— छोटा आदमी Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 16, 2019
एक और ट्वीट में भूपेश बघेल ने छत्तीसगढिय़ों को संबोधित करते हुए लिखा है कि
जय जोहार
जय कर्मा माता!
अरे बड़े साहेब! नक्सलवाद पर बोलते समय यह तो बता देते कि नोटबन्दी से कितने नक्सलियों की कमर टूटी?
भाइयों-बहनों, पता है न आपको…टूटी भी है कि नहीं टूटी?
हम छोटे जरूर हैं साहेब! लेकिन देश के लिए हम पौने तीन करोड़ छत्तीसगढ़वासियों का मन गोडसे के वंशजों से बहुत बड़ा है।
अरे बड़े साहेब! नक्सलवाद पर बोलते समय यह तो बता देते कि नोटबन्दी से कितने नक्सलियों की कमर टूटी?
भाइयों-बहनों, पता है न आपको…टूटी भी है कि नहीं टूटी?
हम छोटे जरूर हैं साहेब! लेकिन देश के लिए हम पौने तीन करोड़ छत्तीसगढ़वासियों का मन गोडसे के वंशजों से बहुत बड़ा है।
— छोटा आदमी Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 16, 2019
छत्तीसगढ़ में छोटे आदमियों की, छोटे आदमियों के लिए, छोटे आदमियों द्वारा चुनी गई छोटे आदमियों की सरकार है। अब यही छोटे आदमियों का जनसमूह छत्तीसगढ़ से 11 छोटे आदमियों को अपनी आवाज बनाकर संसद भेजेगा और बड़े आदमी बस बड़े-बड़े जुमले ही फेंकते रह जाएंगे।
छत्तीसगढ़ में छोटे आदमियों की, छोटे आदमियों के लिए, छोटे आदमियों द्वारा चुनी गई छोटे आदमियों की सरकार है।
अब यही छोटे आदमियों का जनसमूह छत्तीसगढ़ से 11 छोटे आदमियों को अपनी आवाज़ बनाकर संसद भेजेगा और ‘बड़े आदमी’ बस बड़े-बड़े जुमले ही फेंकते रह जाएंगे।
— छोटा आदमी Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) April 16, 2019
यह भी देखें :
Add Comment