रायपुर। नवरात्रि की अष्टमी पर विभिन्न देवी मंदिरों एवं घरों में सामान्य रूप से कुंवारी कन्याओं को भोजन करवाया जाता है। नारायणी साहित्य अकादमी एवं चरामेति फाउंडेशन ने नये विचारों के साथ अष्टमी आयोजित की।
चरामेति फाउंडेशन के प्रांतीय महासचिव राजेंद्र ओझा ने बताया कि शासन द्वारा शासकीय स्कूल के बच्चों को किताबें तो प्रदान की जाती है, लेकिन कापियों सहित अन्य लेखन सामग्री यथा पेन, पेन्सिल, रबर, शार्पनर, स्केल आदि बच्चों को स्वयं ही खरीदनी पड़ती हैं।
शासकीय स्कूल के अनेक बच्चे निर्धन परिवारों के रहते हैं एवं उनके लिए इन सामग्रियों को खरीदना कई बार संभव नहीं हो पाता है, अत: चरामेति फाउंडेशन एवं नारायणी साहित्य अकादमी ने खो खो पारा स्थित प्राथमिक शाला, की छात्राओं को शिक्षण सामग्री वितरित कर उद्देश्य पूर्ण तरीके से अष्टमी मनाने का निर्णय लिया गया।
संस्था के डी.के. पात्रिकर, नैमीचंद वर्मा, सुरेश सिंह ठाकुर, प्रेम साहू, डॉ. मृणालिका ओझा, प्रेमचंद अग्रवाल, पी.एन. सोलंकी, विवेक राठोड, सी पी आर नायडू, नंद किशोर साहू, शिल्पी राय, जितेन्द्र भाई दोषी, मुकेश गोयल, सुधीर शर्मा, प्रशांत महतो, ए.के. गांगुली, विजय केडिया, डॉ. के.एस. छाबड़ा, के. कृष्ण मूर्ति कासी, ह्रषीक ओझा, पी.वी.एस. नागेश आदि की उपस्थिति एवं सहयोग से प्राथमिक शाला, खो-खो पारा की कई छात्राओं को वर्ष भर में लगने वाली कापियों सहित अन्य लेखन प्रदान की गई।
उन्होंने यह भी बताया कि आगामी शिक्षण सत्र में आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के करीब 300 से ज्यादा बच्चों को कापियां एवं अन्य लेखन सामग्री वितरित करने का संकल्प लिया गया है।
इस अवसर पर शाला प्रबंध समिति की रानी बेगम, हरे राम साव, गुलाब कन्नौजे एवं शाला के शिक्षक लोकेश कुमार साहू, आकांक्षा तिवारी एवं मनहरण कैवर्त्य उपस्थित थे।
अष्टमी के अवसर पर भावना यादव, ईश्वरी, बरखा, आंचल गुप्ता, दीक्षा, आंचल भोयर, धरानी, अदिति, चंचला, आरती, भावना, मिरजा सोम्या, उजमा परवीन, सादिया, युक्ता सोनी, अंजलि निहाल, हिमांशी यादव, कल्याणी यादव और मयंक, कुशल, वरूण, चंचल, त्रिलोचन आदि छात्र-छात्राओं ने लेखन सामग्री मिलने पर खुशी एवं मन लगाकर शिक्षा ग्रहण करने की बात कही।
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