
रायपुर। छत्तीसगढ़ की सियासत में बड़ा भूचाल आने वाला है। 19 जुलाई 2025 को कांग्रेस पार्टी पूरे प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की कथित तानाशाही और ईडी की कार्यवाही के विरोध में ज़िला स्तरीय प्रदर्शन और पुतला दहन करेगी। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने इसकी आधिकारिक घोषणा करते हुए सभी ज़िलों को सख्त निर्देश जारी किए हैं।
विरोध की ज्वाला: केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार पर सीधा हमला
कांग्रेस ने ईडी की कार्रवाई को भाजपा सरकार की साजिश बताते हुए कहा है कि यह सब अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के परिवार पर राजनीतिक प्रतिशोध के तहत किया जा रहा है। इसी के विरोध में पूरे छत्तीसगढ़ के हर जिले में कांग्रेसजन सड़कों पर उतरेंगे और ईडी के खिलाफ पुतला दहन कर जनविरोध दर्ज कराएंगे।
19 जुलाई को होगा महा-प्रदर्शन
रायपुर से लेकर सरगुजा, बस्तर से बिलासपुर तक हर जिले में कांग्रेस के पदाधिकारी, कार्यकर्ता, पूर्व सांसद-विधायक, महिला, युवा, किसान और सोशल मीडिया प्रतिनिधि प्रदर्शन में भाग लेंगे। जिला कांग्रेस कमेटियों को कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने को कहा गया है।
संगठनात्मक कमेटियों का भी ऐलान – 31 जुलाई तक करना है मंडल और सेक्टर गठन
प्रदर्शन के साथ-साथ संगठनात्मक ढांचे को मज़बूत करने के लिए छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने 33 जिलों के लिए जिला प्रभारियों की नियुक्ति कर दी है। इन प्रभारियों को 31 जुलाई 2025 तक मंडल और सेक्टर कमेटियों के गठन का जिम्मा सौंपा गया है।
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी महासचिव मकरंद सिंह के निर्देश अनुसार, सभी जिलों में वरिष्ठ नेताओं, ब्लॉक अध्यक्षों और समाज के सभी वर्गों की सहभागिता के साथ मंडल गठन कराया जाएगा। कमेटियों में 50% युवा और 50% महिला भागीदारी का टारगेट रखा गया है।
प्रमुख ज़िला प्रभारियों की सूची:
कोरिया: पियूष जायसवाल
मनेंद्रगढ़: अभिषेक भगत
सरगुजा: अंकिता सिंहदेव
सूरजपुर: दीपक अग्रवाल
बलरामपुर: राकेश राम
रायपुर शहरी: सिद्धार्थ ठक्कर
बस्तर: मोहम्मद अकबर
महासमुंद: अभिषेक शुक्ला
कोरबा: अनुपम राज शर्मा
कांग्रेस का दावा: “तानाशाही का जवाब जनशक्ति देगी”
प्रदेश कांग्रेस का कहना है कि भाजपा सरकार लोकतंत्र को कुचल रही है। ईडी को हथियार बनाकर विपक्षी नेताओं को डराया जा रहा है, लेकिन कांग्रेस न झुकेगी, न रुकेगी।