रायपुर। विधायक भीमा मंडावी की हत्या की जिम्मेदारी नक्सलियों ने ली है। दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी (दरभा) के सचिव सांईनाथ ने पर्चा फेंक कर हत्या की जिम्मेदारी ली है। पर्चा में कहा गया है कि पुलिस द्वारा बस्तर में लगातार सर्चिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है। साथ ही आत्मसमर्पण के लिए नक्सलियों को प्रलोभन देकर उकसाया जा रहा है।
पर्चा में आगे लिखा गया है कि भाजपा सत्ता में आते ही अंधराष्ट्रवाद को बढ़ावा देते हुए जातिगत भेदभाव को उकसा रहे हैं। अपनी आरएसएस की एजेंड़ा हिन्दी राष्ट्र स्थापना लक्ष्य की ओर आक्रमक रूप से काम कर रही है। आए दिन आदिवासियों की हत्या, महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रही है।
ज्ञात हो कि दंतेवाड़ा में बीजेपी विधायक भीमा मंडावी की हत्या मामले में कल ही पुलिस को बड़ा क्लू हाथ लगने की खबर मिली थी। खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कल जो खबर आ रही थी उसमें नक्सल कमांडर विनोद हुंगा ने ही विधायक भीमा मंडावी की हत्या की साजिश रची और उसे अंजाम दिया। 55 वर्षीय विनोद हुंगा नक्सलियों के कटेकल्याण एरिया कमांडर है, लेकिन पिछले दो महीने से वो मलंगीर क्षेत्र में लगातार आना-जाना कर रहा था।
सूत्रों के मुताबिक विनोद हुंगा ने करीब 60 नक्सलियों की मदद लेकर हमले को अंजाम दिया। बताया जा रहा है कि पिछले दो दिनों से नक्सली अलग-अलग जगहों से मलंगीर एरिया कमेटी के तहत श्यामगिरि में इक_ा हो रहे थे, उनका नेतृत्व विनोद हुंगा कर रहा था।
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विधायक भीमा मंडावी की हत्या की साजिश को अंजाम देने में विनोद की मदद उसके करीबी देवा ने की। देवा नक्सलियों के कटेकल्याण एरिया कमेटी का सदस्य है, लेकिन दो महीने से मलंगीर एरिया में सक्रिय है। विनोद हुंगा को दो साल पहले मलांगीर क्षेत्र समिति के सचिव के रूप में पदोन्नत किया गया है।
55 वर्षीय विनोद हुंगा दंतेवाड़ा में बीते मंगलवार को हुए हमले के पीछे का मास्टर माइंड है। इसके नेतृत्व में नक्सलियों ने घटना को अंजाम दिया, इस घटना में विधायक भीमा मंडावी, उनके ड्राइवर और तीन पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। विनोद हुंगा पर आठ लाख रुपये का इनाम घोषित है।
इसके एक दिन बाद नक्सलियों ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर विधायक भीमा मंडावी को मारने की जिम्मेदारी ली है।
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