रायपुर। भाजपा के द्वारा जारी घोषणा पत्र को कांग्रेस ने जनता को ठगने का नया संकल्प बताया है। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी को घोषणा पत्र जारी करने के बजाय माफी पत्र देश के मतदाताओं के प्रति अपने वायदाखिलाफी के लिये जारी करना चाहिए था।
2014 में भी भाजपा और नरेन्द्र मोदी ने जनता के सामने एक संकल्प पत्र जारी किया था, जिस पर देश की जनता ने भरोसा कर भाजपा के पक्ष में मतदान किया था। सरकार में आने के बाद भाजपा नेताओं ने अपने ही वायदों को जुमला बताकर जन आकांक्षाओं पर कुठाराघात कर दिया था।
2014 में किये गये 125 वादों को भाजपा केन्द्र में पूर्ण बहुमत की सरकार चलाने के बाद भी पूरा नहीं कर सकी। 2014 में हर साल 2 करोड़ रोजगार का वायदा करने वाली भाजपा 5 साल में 10 करोड़ युवाओं को रोजगार देने की बात दूर 4 करोड़ लोगों की नौकरियां मोदी राज में खत्म हो गयी। 45 साल में बेरोजगारी की दर मोदी राज में सबसे अधिक हो गयी।
2019 के संकल्प में बेरोजगारी पर भाजपा कुछ भी कहने का साहस नहीं दिखा पाई। स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिश लागू करके किसानो की आय दुगुना करने का वादा करके सत्ता में आने के बाद मोदी सरकार ने देश के किसानो को किस प्रकार से पीडि़त, उपेक्षित और कर्जदार बनाया है, यह सर्वविदित है।
अब 2019 में पुन: किसानों की आय दुगुना करने की बात भाजपा के घोषणा पत्र में फिर से कही गयी है। विगत 70 वर्षो में देश का किसान कभी इतनी बदहाली में नहीं रहा है, जितना विगत 5 वर्षो के मोदी राज में रहा। महंगाई पर रोक लगाने पुराने वायदे में बुरी तरह असफल होने के बाद भारतीय जनता पार्टी 2019 के संकल्प पत्र में महंगाई के सामने आत्मसमर्पण करती नजर आ रही है।
जिस श्रीराम मंदिर के नाम पर 2 सीटो से पूर्ण बहुमत की सरकार 5 साल चलाया श्रीराम मंदिर के निमार्ण पर एक बार फिर से शब्दों की बाजीगरी कर भारतीय जनता पार्टी देश की जनता को ठगने की कोशिश कर रही है।
जन संघ के जमाने से धारा 370 पर जुबानी राजनीति करने वाले भाजपाई 2019 के संकल्प पत्र में एक बार फिर से 370 के नाम पर वोटों की खेती करने की तैयारी कर रहे है। भाजपा ने अपने घोषणा पत्र का संकल्प पत्र नाम दिया है। भाजपा के 2014 के घोषणा पत्र काला झूठ था, तो अब 2019 का संकल्प पत्र सफेद झूठ।
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