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लॉकडाउन नहीं लेकिन कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से कराया जाएगा पालन… विद्यार्थी स्कूल नहीं जाएंगे पर शिक्षकों की प्रतिदिन उपस्थिति अनिवार्य होगी…

कोरबा: कोरोना को बढ़ते संक्रमण को देखते हुए कोरबा जिले में कोविड प्रोटोकॉल का आमजनों से सख्ती से पालन कराया जाएगा। जिले में शासकीय निर्देशों के अनुसार कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन नहीं होगा लेकिन घर से बाहर निकलने वाले लोगों पर कोविड प्रोटोकॉल के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की तैयारी प्रशासन ने कर ली है।

कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में जिले में कोरोना संक्रमण की मौजूदा परिस्थितियों की समीक्षा की और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। कलेक्टर ने कोरोना से बचाव के तीन महत्वपूर्ण उपायों हाथों को सेनेटाइज करने, आपस में दो गज की दूरी रखने और मास्क का उपयोग सख्ती से लागू कराने के निर्देश प्रशासन के अधिकारियों को दिए हैं।

श्रीमती कौशल ने बाजारों से लेकर कार्यालयों तक सभी जगहों पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने और उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश आज समय सीमा की बैठक में दिए हैं। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती प्रियंका महोबिया, कोरबा डीएफओ श्रीमती प्रियंका पाण्डेय, कटघोरा के एसडीएम अभिषेक शर्मा सहित सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी कलेक्टोरेट सभा कक्ष में शामिल हुए।

वहीं वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अन्य तीन अनुभागों के एसडीएम, जनपदों के सीईओ और विभिन्न विभागों के मैदानी अधिकारी भी समय सीमा बैठक में मौजूद रहे।

विद्यार्थी नहीं जाएंगे स्कूल पर शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य – कोरोना के बढ़ते संक्रमण के कारण राज्य शासन के निर्देशानुसार विद्यार्थी स्कूल नहीं आएंगे परंतु शिक्षकों को प्रतिदिन स्कूल में अपनी उपस्थिति सुनिश्चित करनी होगी। कलेक्टर श्रीमती कौशल ने समय सीमा की बैठक में जिला शिक्षा अधिकारी को इस संबंध में जरूरी निर्देश दिए हैं।

प्रतिदिन स्कूल पहुंचकर शिक्षक ऑनलाइन क्लास, मोहल्ला क्लास, लाउडस्पीकर क्लास आदि के माध्यम से बच्चों को पढ़ाएंगे। शिक्षकों को प्रतिदिन स्कूल की उपस्थिति पंजी में भी हस्ताक्षर करने होंगे। उपस्थिति पंजी के सत्यापन के बाद ही शिक्षकों को वेतन आरंभ किया जा सकेगा। कलेक्टर ने यह भी निर्देशित किया कि कक्षा 10वीं तथा 12वीं की परीक्षाएं राज्य शासन के निर्देशानुसार ऑफलाइन होंगी। विद्यार्थियों के दाखिला स्कूलों में ही परीक्षा केन्द्र बनाए जाएंगे।

इन स्कूलों में एक बेंच पर एक विद्यार्थी बैठकर परीक्षा देगा। परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों के हैण्ड सेनेटाइजेशन, मास्क लगाकर आने से लेकर आपस में सोशल डिस्टेंसिंग मेन्टेन रखने की पूरी जिम्मेदारी स्कूल के प्राचार्य की होगी। श्रीमती कौशल ने इन दोनों परीक्षाओं के लिए समय पर सभी जरूरी तैयारियां भी पूरी करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने कॉलेजों में सभी प्रकार के अंतिम वर्ष के पाठ्यक्रमों की परीक्षाओं के लिए भी इसी तरह तैयारियां समय पर सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए।

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