रायपुर। छत्तीसगढ़ में तीन बार से 11 में से 10 सीटों पर काबिज भाजपा को इस बार उम्मीदवारों के चयन को लेकर खासी मशक्त करनी पड़ रही है। वहीं कांग्रेस ने 9 प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए है। वहीं भाजपा केवल पांच को ही मैदान में उतार पाई है।
कांग्रेस ने नए चेहरों पर ज्यादा दांव खेला है। वर्तमान विधायक जिन्हें लोकसभा का टिकट दिया गया है उनमें भी युवा चेहरों क तरजीह दी गई है। रायपुर सीट से महापौर प्रमोद दुबे का मैदान में उतारा गया है जिन्हें टिकट मिलने की चर्चा शुरु से थी।
उन्होंने लोकसभा चुनाव लडऩे की इच्छा भी जाहिर की थी। उनके टिकट मिलने से कांग्रेस इस बार रायपुर लोकसभा में दौड़ में दिख रही है। वहीं भाजापा रायपुर लोकसभा की टिकट को लेकर पशोपेश में है। आइए जानतें है कांग्रेस ने जिन्हें टिकट दिया है उनका सियासी सफर…
रायपुर लोकसभा सीट: छात्र राजनीति से लोकसभा टिकट तक…
मौजूदा मेयर प्रमोद दुबे को कांग्रेस ने लोकसभा का उम्मीदवार बनाया है। प्रमोद दुबे छात्र नेता के रुप में राजनीति की शुरुआत की थी। वे 1985-1986 के बीच छात्रसंघ के उपाध्यक्ष रहे। 1986-1987 में के बीच वह स्टूडेंट यूनियन के प्रेसिडेंट बने।
1997 से 2000 के बीच वह रायपुर अर्बन एंड रूरल यूथ कांग्रेस के अध्य7 रहे। 2001 में युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष बनाए गए। दो बार पार्षद बने, रामकुंड और ब्राह्मणपारा वार्ड से। 2002 से 2010 तक वह हाउसिंग एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट भी रहे। 2015 में रायपुर के महापौर बने।
सरगुजा लोकसभा सीट: विधायक फिर सासंद और फिर टिकट
कांग्रेस ने सरगुजा लोकसभा सीट पर आदिवासी नेता खेलसाय सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। वे 2018 के विधानसभा चुनाव में प्रेमनगर से विधायक चुने गए है। खेलसाय सिंह को सरगुजा आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष भी बनाया गया है। खेलसाय सिंह 1977 से 1980 तक रामानुजनगर के जनपद पंचायत अध्यक्ष रहे। 1990 से 1991 तक वे प्रेमनगर से विधायक रह चुके हैं। वे सरगुजा सांसद भी रहे चुके हैं।
रायगढ़ लोकसभा सीट: ये कद्दावर आदिवासी नेता हैं चुनावी मैदान में
रायगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस ने लालजीत सिंह राठिया को अपना उम्मीदवार बनाया है। लालजीत सिंह राठिया धरमजयगढ़ सीट से मौजूदा विधायक हैं। लालजीत सिंह राठिया पूर्व मंत्री चनेशराम राठिया के बेटे हैं। लालजीत सिंह राठिया धरमजयगढ़ से दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में उन्होंने 40 हजार से ज्यादा वोटों से जीत दर्ज की थी।
बस्तर लोकसभा सीट: युवा विधायक पर लगाया दांव
बस्तर लोकसभा सीट से कांग्रेस ने दीपक बैज को अपना उम्मीदवार बनाया है। दीपक बैज वर्तमान में चित्रकोट विधानसभा सीट से विधायक है। दीपक ने अपने राजनीति करियर की शुरुआत छात्र नेता के तौर पर की थी।
2013 में कांग्रेस ने दीपक बैज को विधानसभा चुनाव में चित्रकोट विधानसभा सीट से टिकट दिया था। बैज ने बीजेपी के कद्दावर नेता बैदुराम कश्यप को मात दी थी। 2018 विधानसभा चुनाव में भी बैज ने अच्छे अंतर से भाजपा के उम्मीदवार को हराया है।
जांजगीर-चांपा लोकसभा सीट: साफ छवि वाले इस चेहरे पर पार्टी ने लगाया दांव
जांजगीर-चांपा लोकसभा सीट पर पार्टी ने रवि भारद्वाज को अपना उम्मीदवार बनाया है। रवि सारंगढ़ के पूर्व सांसद स्व. परसराम भारद्वाज के बेटे हैं. उनके पिता परसराम भारद्वाज 6 बार सांसद रह चुके है। रविशेखर भारद्वाज 20 सालों से राजनीति के क्षेत्र में सक्रिय है। उन्होंने 1998 में सारंगढ़ विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वे हार गए थे।
कांकेर लोकसभा सीट: एक भी चुनाव नहीं हारे बीरेश ठाकुर
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए कांकेर सीट से बीरेश ठाकुर को अपना उम्मीदवार बनाया है। जानकारी के मुताबिक बीरेश की सक्रियता भानुप्रतापपुर जनपद अध्यक्ष के रूप में काफी रही है। बीरेश विधानसभा में भी टिकट के दावेदारों में थे। बीरेश ठाकुर कई चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन उन्हें अभी तक किसी चुनाव में हार नहीं मिली है।
बिलासपुर लोकसभा सीट: युवा चेहरे पर जताया भरोसा
बिलासपुर से कांग्रेस ने अटल श्रीवास्तव को अपना प्रत्याशी बनाया है। वर्तमान में अटल श्रीवास्तव प्रदेश महामंत्री हैं। अटल अपने शुरुआती दौर में यूथ कांग्रेस से जुड़े और बिलासपुर जिला कांग्रेस कमेटी में 10 सालों तक महामंत्री है। विधानसभा चुनाव में भी अटल टिकट के दावेदार थे। अटल को सीएम भूपेश बघेल के करीबियों में गिना जाता है।
राजनांदगांव लोकसभा सीट: सरपंच फिर विधायक अब सासंद टिकट
राजनांदगांव सीट से कांग्रेस ने भोलाराम साहू को अपना प्रत्याशी बनाया है। भोलाराम साहू दो बार सरपंच रह चुके हैं। 2008 और 2013 में राजनांदगांव जिले के खुज्जी विधानसभा से वे विधायक भी रहे, लेकिन 2018 में विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उनकी जगह किसी और का मैदान में उतारा था। अब एक बार फिर पार्टी ने उन्हें लोकसभा का टिकट दिया है।
महासमुंद लोकसभा सीट: वरिष्ठ विधायक को टिकट
कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए महासमुंद सीट से धनेंद्र साहू को अपना प्रत्याशी बनाया है। धनेंद्र साहू वर्तमान में अभनपुर के विधायक है। वे कई बार विधायक रह चुके हैं। वे पीसीसी के कार्यकारी अध्यक्ष भी रह चुके हैं। कांग्रेस सरकार ने मंत्री भी रहे हैं।
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