रायपुर। मौसम का मिजाज इस बार कुल अलग ही रंग दिखा रहा है। पिछले एक माह से प्रदेश के मौसम में जो उथल-पुथल मची हुई है। अभी भी रोज मौसम रंग बदल रहा है। कुछ दिन बाद एक और चक्रवात आने का पूर्वानुमान है। इससे एक बार फिर बादलों का डेरा जमेगा, बारिश होगी और फिर ठंड पड़ेगी।
25 जनवरी के बाद से प्रदेश के मौसम में जो उथल-पुथल मची हुई है, वह इतनी जल्दी नहीं थमेगी। यह बहुत कम ही देखने मिलता है कि ठंड में एक के बाद एक ऊपरी हवा के चक्रवात बने और वे इतने प्रभावी हो।
26 जनवरी को बारिश हुई, उसके बाद फरवरी के पहले हफ्ते में, फिर 15-16 फरवरी और अब एक और ऊपरी हवा का चक्रवात राजस्थान के ऊपर बनने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग की मानें तो 23 और 24 फरवरी को यह सक्रिय होगा। यानी एक बार फिर बादलों का डेरा जमेगा, बारिश होगी और फिर ठंड पड़ेगी।
लालपुर मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानी एचपी चंद्रा के अनुसार हवा की दिशा बदली है और उत्तर से हवाओं का आना फिर शुरू हो गया है। इसके चलते तापमान में गिरावट दर्ज हुई है। यह 24 घंटे तक बनी रहेगी। इसके बाद गर्मी बढ़ेगी, लेकिन एक और चक्रवात आने का पूर्वानुमान है।
फरवरी में ही मौसम ने शीत, ग्रीष्म और वर्षा ऋतु का एहसास करवा दिया। रविवार की सुबह से प्रदेश का मौसम ठीक ही रहा। सुबह हल्की ठंड रही, दिन में हल्की गर्मी और रात को एक बार फिर अच्छी ठंड का एहसास हुआ।
मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को भी उत्तर छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में बारिश हुई। गुजरते हुए ऊपरी हवा के चक्रवात बस्तर, सरगुजा संभाग को भिगोया। इन जिलों का न्यूनतम पारा गिरा है। अंबिकापुर का तापमान तो सीधे 10 डिग्री पर जा पहुंचा है। पेंड्रा में भी ठंड बढ़ गई है।
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