रायपुर। नान घोटाले में निलंबित डीजी मुकेश गुप्ता और एसपी रजनेश सिंह जिन कर्मचारियों के सहयोग से घोटाले को अंजाम दिया है एसआईटी अब उन्ही कर्मचारियों को घेरने की तैयारी में है। एसआईटी की टीम स्टेनो के पद पर कार्यरत रेखा नायर के जरिए ही फर्जीवाड़ा की तह तक पहुंचने की कोशिश में जुटी हुई है। एसआईटी अब रेखा नायर से पूछताछ करेगी। उसे नोटिस जारी कर बुलवाने के तैयारी चल रही है। केरल स्थित उसके घर नोटिस की तामिली की जाएगी।
निलंबित डीजी मुकेश गुप्ता अपने सारे काम स्टेनो के पद पर कार्यरत रेखा नायर के जरिए ही करवाते थे।एसआईटी निलंबित डीजी मुकेश गुप्ता, एसपी रजनेश सिंह और स्टेनो रेखा नायर सहित अन्य लोगों के चल अचल संपत्ति की जांच होगी।
ईओडब्ल्यू इसकी जानकारी जुटाने में जुटे हुए है। निलंबित डीजी स्टेनों को फोन टैपिंग का प्रशिक्षण दिलाने के लिए उन्हें विदेश भी भेजे जाने की जानकारी मिली है। रेखा नायर पिछले 2 वर्षों से अवकाश पर चल रही हैं। लेकिन अब भी उसके खाते में मासिक वेतन जमा होता है।
निलंबित डीजी मुकेश गुप्ता और एसपी रजनेश सिंह गिरफ्तारी से बचने के लिए अधिवक्ता की सलाह ले रहे हैं। दिल्ली स्थित वरिष्ठ अधिवक्ताओं से सलाह मशवरा किए जाने की जानकारी मिली है। बताया जाता है कि गिरफ्तारी से बचने के लिए उनकी ओर से जल्दी ही रायपुर स्थित जिला एवं सत्र न्यायाधीश रामकुमार तिवारी की अदालत में आवेदन पेश किया जा सकता है।
बता दें कि 7 फरवरी को ईओडब्ल्यू द्वारा एफआईआर दर्ज करने के बाद से दोनों ही अवसर फरार हैं। उनकी तलाश करने के लिए पिछले दिनों पुलिस की एक टीम को भोपाल इंदौर दिल्ली सतना और जबलपुर भेजा गया था लेकिन उनका कोई सुराग तक नहीं लगा है।
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