कोंडागांव। अधिक मजदूरी के लालच में जिले के भोले-भाले ग्रामीण अन्य प्रदेश में काम की तलाश में जाते है, जहां उन्हें न केवल दुर्भाग्य जनक परिस्थितियां झेलनी पड़ती है बल्कि प्राप्त होने वाली मजदूरी से भी वंचित होना पड़ता है।
अत: इससे बेहतर है कि ग्रामीण युवा अपने जिले, गांव, घर के आसपास ही रोजार तलाशे। इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा अनेक योजनाऐं एवं रोजगार प्रशिक्षण प्रारंभ किया गया है। जिनसे जीवन-यापन के लिए पर्याप्त रोजगार प्राप्त हो सकता है।
शनिवार को स्थानीय पीएमटी हॉस्टल के प्रांगण में तेलंगाना (हैदराबाद) से लाए गए 24 श्रमिको के दल को समझाइश देते हुए क्षेत्र के विधायक मोहन मरकाम ने उक्त बाते कही। विभिन्न गांवों से 24 युवा एक महीने से स्वेच्छापूर्वक अपने गांव छोड़कर हैदराबाद स्थित किसी फ्लाईएश फैक्ट्री में काम कर रहे थे, इनमें तीन युवतियां भी थी।
इन पलायन करने वाले युवाओं में दो युवक बकावण्ड तहसील (जगदलपुर) के निवासी भी शामिल है। इनमें से एक युवक रितेश मरकाम ने जिला प्रशासन को दूरभाष के माध्यम से इन सभी युवाओं के हैदराबाद में काम करने की जानकारी दी थी। जिस पर कलेक्टर नीलकंठ टीकाम के मार्गदर्शन में तत्काल श्रम विभाग, बाल संरक्षण, पुलिस विभाग की एक टीम हैदराबाद भेजी गई थी।
जहां से इन युवाओं को 25 जनवरी को लाया गया। इस मौके पर जिला कलेक्टर नीलकंठ टीकाम ने बताया कि सभी श्रमिको का पंजीयन श्रम विभाग द्वारा कराया जाकर, उनके इच्छा अनुसार रोजगार और प्रशिक्षण से जोड़ा जायेगा। इसके साथ ही उन्होंने ग्रामों से पलायन करने के लिए युवाओं को बहकाने वाले एजेंटो के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करने की भी बात कही।
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