रायपुर। बालकों को दी गई सोनाखान के जंगलों को रद्द किये जाने की छत्तीसगढ़ सरकार के निर्णय का स्वागत करते हुए प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि मात्र 27 टन सोने के लिए सोना खान को खतरे में डालने का रमन सिंह की भाजपा सरकार का फैसला पूरी तरीके से गलत और राज्य के हितों के खिलाफ सोनाखान के जंगलों पर अपनी आजीविका के लिए निर्भर लोगों के खिलाफ, आदिवासियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ विरोधी, जनविरोधी फैसला था।
भाजपा सरकार के उस फैसले को बदलकर कांग्रेस सरकार ने सोनाखान क्षेत्र के 650 हेक्टेयर घने जंगलों के पेड़ों को ही नहीं बचा लिया, यहां पर रहने वाले लोगों को भी विस्थापित होने से बचा लिया। पिछली सरकार ने वेदांता को नियम विरूद्ध यह आबंटन किया था।
इस फैसले में पर्यावरण और स्थानीय निवासियों के हितों की उपेक्षा कर सिर्फ वेदांता कंपनी के हितों का ही ध्यान रखा गया था। रमन सरकार अपने लोक कल्याणकारी दायित्व को भूल कर कुछ विशेष लोगों के लिये काम करने लगी थी,
इसीलिये उसके द्वारा लिये गलत और जनविरोधी फैसलों पर पुनर्विचार किया जाना और जनहित में निर्णय लिया जाना आवश्यक है। सोनाखान की खदान ही नहीं 5 डिसमिल से कम जमीनों की खरीद बिक्री पर भी भाजपा सरकार ने तानाशाही और जनता को परेशान करने वाला निर्णय लिया था इसलिये उसे भी बदला गया।
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