कोरबा 13 जनवरी (आरएनएस)। लूट और चोरी सहित कई मामलों में जिला जेल में निरूद्ध एक बंदी जिला अस्पताल में उपचार कराने के दौरान प्रधान आरक्षक की लापरवाही का फायदा उठाकर फरार हो गया था। घटना के पांच दिन बाद उसे पुलिस ने घेराबंदी कर इमलीडुग्गू के पास धर दबोचा।
सीएसईबी पुलिस चौकी क्षेत्रांतर्गत बुधवारी में गणेश पंडाल के पीछे रहने वाला सूरज उर्फ रवि हथठेल पिता सुरेश स्वीपर 7 जनवरी की सुबह करीब 18 बजे जिला अस्पताल परिसर के एक होटल से पुलिस कर्मी को चकमा देकर भाग निकला था। उसके विरूद्ध चोरी व लूट के पांच मामले थाना-चौकी में दर्ज हैं।
इन मामलों में पुलिस ने 3 अगस्त 2018 को गिफ्तार कर सूरज को जिला जेल दाखिल कराया। जेल में निरूद्ध सूूरज को पेट दर्द की शिकायत होने पर जेलर केएल देशमुख द्वारा जिला जेल के चिकित्सक के जरिये उपचार किया गया किंतु सुधार न होने पर 7 जनवरी को जिला अस्पताल में दाखिल कराया गया था।
उसकी सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस की टीम में शामिल प्रधान आरक्षक अनिल कंवर उसकी हथकड़ी खोलकर अपने साथ चाय पीने-पिलाने अस्पताल परिसर के एक होटल में ले गया था। इसका फायदा आरोपी ने उठाया और मौका देखकर भाग निकला।
अभिरक्षा से फरार सूरज के विरूद्ध बालको थाना में धारा 224 भादवि का जुर्म दर्ज कर पता तलाश किया जा रहा था। आज सुबह मुखबिर से सूचना मिली कि वह चांपा रेलवे स्टेशन में देखा गया है। सूचना पर पुलिस की दो टीम चांपा रवाना की गई एवं इमलीडुग्गू चौक के पास नाकाबंदी कराई गई।
वाहनों की जांच में बस में बैठे सूरज को पहचान कर पकड़ लिया गया। इस कार्यवाही में पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह मीणा का मार्गदर्शन, एएसपी जयप्रकाश बढ़ाई, सीएसपी मयंक तिवारी के नेतृत्व में सीएसईबी चौकी प्रभारी नवीन बोरकर, आरक्षक रितेश शर्मा, जय प्रकाश यादव, सुशील यादव, दिलीप झा की अहम भूमिका रही।
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