नई दिल्ली/रायपुर। कांग्रेस आला कमान ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सभी राज्यों के लोकसभा सीटों पर पांच संभावित प्रत्याशियों के नाम की सूची तैयार कर ली है। अंतिम सूची तैयार करने के लिए राज्यों के प्रभारी महासचिवों, अध्यक्षों से अलग से सूची मंगाई जाएगी। इसके बाद कोर टीम सभी नामों पर सीटों के परिस्थितियों के हिसाब से गुणा-भाग लगाकर फाइनल सूची तैयार करेगी।
पार्टी का टारगेट है कि 30 जनवरी तक सूची फाइनल कर ली जाएगी। छत्तीसगढ़ में भी विधानसभा चुनाव में बंपर जीत के बाद कांग्रेस का अलग टारगेट लोकसभा चुनाव है। इस वक्त राज्य में भाजपा के पास 10 और कांग्रेस के पास 1 सीट है। कांग्रेस इस बार इस आंकड़े को बदलने के लिए पुरजोर कोशिश करेगी।
सरकार बनने के बाद नई सरकार ने धड़ाधड़ फैसले लिए है, इसलिए उन्हें उम्मीद है कि इसका लाभ लोकसभा चुनाव में भी मिलेगा। जिसमें सबसे बड़ा मुद्दा किसानों की कर्जमाफी है। इसके अलावा भी कई घोषणाएं की गई है, जिनकों पूरा करने की दिशा में सरकार काम कर रही है।
इस समय पार्टी के एकमात्र सासंद ताम्रध्वज साहू है। जिन्हें विधानसभा चुनाव में भी मैदान में उतारा गया था और उन्होंने जीत दर्ज की है। उन्हें नई सरकार में कैबिनेट मंत्री भी बनाया गया है। अब देखना है कि वहां से किसे मैदान में उतारा जाता है।
ऐसे ही चरणदास महंत को विधानसभा का स्पीकर बना दिया गया है, इसलिए उनकी सीट से भी किसी नए को मौका मिलेगा। रायपुर लोकसभा सीट लगातार भाजपा के खाते में जाते रही है, यहां से रमेश बैस सात बार से सांसद है। यहां भी इस बार पार्टी सोच-समझकर पार्टी उम्मीदवार उतारेगी।
यदि किसी राज्य में गठबंधन होता है, तो वहां की जिन लोकसभा सीटों पर कांग्रेस की स्थिति मजबूत है वहां से पार्टी अपने प्रत्याशी खड़े करेगी। कांग्रेस इस बार प्रयास करेगी जल्द से जल्द उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया जाए, ताकि उन्हें प्रचार के पर्याप्त समय मिले।
पार्टी के वरिष्ठ नेता शक्ति सिंह गोहिल का कहना है कि हर राजनीतिक पार्टी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अपनी तैयारी कर रही है। कांग्रेस ने भी तैयारियां शुरु कर दी है। जीतेने वाले प्रत्याशी चयन के लिए सभी पहलुओं पर विचार किया जा रहा है।
यह भी देखें : सूर्य नमस्कार: हार्ट अटैक से कांग्रेस नेता की मौत!
Add Comment