रायपुर। विधानसभा सत्र के चौथे दिन छत्तीसगढ़ विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर अमरजीत भगत के द्वारा किए गए कृतज्ञता प्रस्ताव पर आज चर्चा शुरू हुई। सत्र प्रारंभ होते ही प्रतिपक्ष भाजपा के सदस्यों में इस बात पर आपत्ति जताई कि प्रस्ताव करने वाले विधायक अमरजीत भगत स्वयं सदन की कार्रवाई शुरू होने के बाद भी सदन में उपस्थित नहीं हुए हैं। पूर्व संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर ने इसे राज्यपाल का अपमान करना बताया।
सदन की कार्रवाई आज शुरू होते ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने राज्यपाल के अभिाषण पर चर्चा हेतु सत्ता पक्ष के विधायक अमरजीत भगत का नाम पुकारा लेकिन उस समय श्री भगत सदन में उपस्थित नहीं थे। इसे लेकर विपक्ष भाजपा से पूर्व संसदीय कार्यमंत्री अजय चंद्राकर ने आपत्ति जताई और इसे राज्यपाल का अपमान करना बताया।
उन्होंने कहा कि आज राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा है और इसकी शुरूआत करने वाले सत्ता पक्ष के सदस्य ही सदन से अनुपस्थित है। श्री भगत का बचाव करते हुए संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे ने सदन को बताया कि वे पानी पीने के लिए रुक गए थे। श्री चौबे अपनी पूरी बात करते उससे पहले ही अमरजीत भगत सदन में उपस्थित हो गए। श्री चौबे के इस बयान को अजय चंद्राकर ने आड़े हाथ लेते हुए कहा कि यह गैर जिम्मेदाराना बयान है।
श्री चंद्राकर ने इसे राज्यपाल का अपमान बताया। उन्होंने विधानसभा सभा अध्यक्ष से इस मामले में व्यवस्था की मांग की। अपनी बात रखते हुए श्री चंद्राकर बेहद उत्तेजित हो गए थे। इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने उन्हें अपना रक्तचाप नियंत्रित रखते हुए शांत रहने की समझाईस दी और सदन की कार्रवाई आगे बढ़ाई।
यह भी देखें : रमन सिंह पूर्व DGP के बंगले में रहेंगे…मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बनेंगे पड़ोसी…
Add Comment