जगदलपुर। शहर के संतोषी वार्ड निवासी 17 वर्षीय अंजू ने बीती रात अपने घर के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी सुबह 5 बजे लगी, जब उसके सबसे छोटे भाई ने देखने के बाद परिजनों को उठाया। तत्काल उसे उपचार के लिए महारानी अस्पताल लाया गया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही छात्रा ने दम तोड़ दिया।
परिजनों का कहना था कि करीब साल भर से अंजू पढ़ाई की ओर ध्यान नहीं दे रही थी, जिसके लिए उसे फटकार लगाई गयी थी, जिससे नाराज होकर उसने फांसी लगा ली। अंजू महारानी लक्ष्मी बाई स्कूल में कक्षा 10वीं की छात्रा थी, जो 1 वर्ष पूर्व व दसवीं कक्षा में फेल हो गई थी,
जिसके कारण परिजनों द्वारा लगातार पढ़ाई की ओर ध्यान देने का दबाव डाला जा रहा था, इसी बात से नाराज होकर अंजू ने फांसी लगा ली। परिजनों को ने बताया कि अंजू घर में सबसे बड़ी बेटी थी, जबकि एक छोटी बहन वह भी दसवीं कक्षा में पढ़ रही है। साथ ही एक छोटा भाई है। पिता ड्राइवरी का काम करते हैं और उसी से घर की रोजी-रोटी चलती है। बेटी की इस तरह आत्महत्या करने से पूरा परिवार सदमे में है।
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