
रायपुर/जगदलपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बस्तर दौरे पर हैं। उन्होंने बुधवार को बस्तर में कहा कि भाजपा सरकार की परिपाटी को विलोपित करते हुए अब बस्तर एवं सरगुजा विकास प्रधिकरण में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष का चयन बस्तर के विधायकों से ही किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि आदिवासी विकास मंत्रणा समिति का गठन कर उसे शसक्त बनाया जायेगा, जिसकी प्रत्येक तीन माह में समीक्षा बैठक संपन्न होगी। प्रदेश में पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत किया जायेगा और समस्त फैसले पंचायत एवं ग्राम सभाओं के माध्यम से लिये जायेंगे। तेंदूपत्ता खरीदी का लक्ष्य ढाई हजार मानक से बढ़ाकर चार हजार मानक कर दिया है।
उन्होंने प्रदेश में शराबबंदी को लेकर कहा कि इसके लिए एक हाई पावर कमेटी का गठन किया जाएगा, जिसके द्वारा आम लोगों को भागीदार बनाकर समग्र पहलुओं के अध्ययन के बाद ही इस पर विचार किया जाएगा। शराब एक सामाजिक बुराई है। इस नीति को लागू करने के बाद उसकी असफलता की गुंजाईश कम हो इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा।