रायपुर। प्रदेश कांग्रेस महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने आज पत्रकारों को संबोधित करते हुए भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि जहां तक बदला लेने का सवाल है तो भाजपा से तो चुनाव में जनता बदला ले चुकी है और 15 सीटों तक समेट कर बता दिया है कि कुशासन की क्या सजा होती है। अब तो कानून अपना काम करेगा। भाजपा ‘सीएम मैडम’, ‘साहेब’ और ‘सीएम कुक’ के सच से डरती है। झीरम की जांच सीबीआई से करवाने की हामी तो भाजपा ने ही भरी थी।
उन्होंने कहा कि हमने जनता से सच सामने लाने का वादा किया है और उसे निभाएंगे। नान घोटाला पर उन्होंने कहा कि यह प्रदेश के लाखों गरीबों के हक के राशन की चोरी का मामला है। गरीबों की थाली के अनाज को जिन रसूखदार लोगों ने चुरा लिया, उनकी जांच होनी चाहिए। उन पर कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष धरमलाल कौशिक का बयान भाजपा के डर को ही उजागर कर रहा है। भाजपा अध्यक्ष होने के नाते वो जानते हैं कि नान घोटाले से लेकर झीरम जनसंहार तक भाजपा की सरकार ने क्या-क्या किया है। जहां तक बदला लेने का सवाल है तो भाजपा से तो चुनाव में जनता बदला ले चुकी है और 15 सीटों तक समेट कर बता दिया है कि कुशासन की क्या सजा होती है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनता से किए हुए वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। कांग्रेस ने चुनाव शुरू होने के बहुत पहले से कहते आए हैं कि हमारी सरकार आएगी तो हम जांच करवाएंगे जिससे पता चले कि ‘सीएम मैडम’ ‘सीएम कुक’ और ‘साहेब’ कौन हैं जिनके पास नान घोटाले के हजारों करोड़ पहुंचे।
नान घोटाले के मामले में एसआईटी गठित करने के राज्य सरकार के फैसले पर धरमलाल कौशिक भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का बयान पूरी तरीके से असंगत और वैधानिक कानूनी प्रक्रिया के साथ-साथ देश के कानून के भी खिलाफ है। धरमलाल कौशिक ने अपने बयान में जो बातें कहीं हैं वह सीआरपीसी और आईपीसी के प्रावधानों के अनुरूप नहीं है।
दरअसल नान मामले में एसआईटी गठित होने के समाचारों से नान के घोटालेबाज बौखला गए हैं और इस बात से भयभीत हो गए हैं कि नान घोटाले के पैसों का वास्तविक कच्चा चिट्ठा यानी पूरा का पूरा आईस वर्ग कहीं उजागर ना हो जाए।
उन्होंने कहा कि झीरम में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं की सामूहिक हत्या भी भाजपा के गले की फांस है। क्या भाजपा अध्यक्ष नहीं जानते हैं कि ये हत्याकांड क्यों हुआ और किसके कहने से अंजाम दिया गया।
क्या कौशिकजी को डर सता रहा है कि जांच की आंच इन तक न पहुंच जाए। भाजपा जांच से घबरा रही है क्योंकि जांच से सच सामने आएगा इसीलिए तो विधानसभा में वादा करने के बावजूद झीरम कांड की सीबीआई जांच नहीं करवाई गई।
Add Comment