रायपुर। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और भाजपा नेताओं द्वारा दिये जा रहे बयानों पर पलटवार करते हुये प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि अब छत्तीसगढ़ में वक्त बदले का नहीं बदलाव का है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कांग्रेस राजनैतिक प्रतिशोध की राजनीति में विश्वास ही नहीं करते। अब मोदी सरकार के जीएसटी और नोटबंदी जैसे बेतुके तुगलकी फैसलों को बदलने का वक्त है।
बदलाव का ये वक्त छत्तीसगढ़ विधानसभा के बाद लोकसभा चुनावों में भी जारी रहेगा और रायपुर के बाद दिल्ली में भी कांग्रेस की सरकार बनेगी। त्रिवेदी ने कहा है कि प्रदेश में किसानों के पक्ष में नीति और फैसलों का बदलाव सबको दिख रहा है। 6000 करोड़ के कर्जमाफी हो गयी है तो यह पैसा व्यापार उद्योग में आयेगा।
भावांतर की राशि मिलेगी तो फिर से इतनी ही राशि किसानों को मिलेगा। दो साल का बकाया बोनस 5000 करोड़ भी किस्तों में ही सही लेकिन किसानों को दी जायेगी। कुल मिलाकर टाटा की जमीन बस्तर के किसानों को लौटा दी गयी। 5 डिसमील से कम की जमीन का पंजीयन होने लगा।
झीरम, नान घोटाला, जनसंपर्क घोटालों की रमन सिंह सरकार द्वारा रोकी गयी जांच अब होने लगी, वक्त बदलाव का है। इन घाटालों में लिप्त नेता और बड़े अधिकारी जरूर थर-थर कांप रहे है। इनको कांपना भी चाहिये ताकि राज्य में फिर राजनैतिक हत्याओं का इतिहास नहीं लिखा जावे। उन्होंने कहा कि 15 वर्षों से राज्य में जमी भाजपा की सरकार को बाहर कर कांग्रेस प्रदेश में राजनीति के केंद्र पर आई है।
68 विधायकों के साथ कांग्रेस पार्टी ने अपनी सरकार बनाई हैं। सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में कांग्रेस के जन घोषणा पत्र को अमलीजामा पहनाने का काम शुरू हुआ। इसी क्रम में किसानों की कर्जमाफी, धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य बढ़ाने, टाटा के प्लांट के लिए अधिग्रहित की गई किसानों की जमीन उन्हें लौटाने जैसे कदम नई सरकार ने उठाया। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने पिछले दिनों एक बदलापुर की राजनीति कहा था इसका जवाब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट करके दिया है और सरकार द्वारा किए जा रहे काम को बदलापुर की राजनीति नहीं बदलाव की राजनीति कहा है।
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