रायपुर। छत्तीसगढ़ में आज 9 मंत्रियों ने शपथ ली। वहीं कांग्रेस से चुनकर आए कुछ विधायक मंत्री न बनाए जाने से काफी मायूस भी नजर आए। नाराज विधायकों में अविभाजित मध्यप्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री रहे स्व. रविशंकर शुक्ल के पोते और मध्यप्रदेश में ही मुख्यमंत्री रहे स्व. श्यामाचरण शुक्ल के पुत्र अमितेष शुक्ल मंत्री न बनाए जाने से खासे नाराज हैं। उन्होंने मीडिया से चर्चा में कहा कि उनका परिवार नेहरू-गांधी परिवार की तीन पीढिय़ों के साथ जुड़ा रहा है। मैं उनसे हमेशा न्याय की आशा करता हूं।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस से राजिम विधानसभा क्रमांक 54 से अमितेष शुक्ल ने रिकॉर्ड 58132 वोटों से जीत दर्ज की। मतों का ये रिकॉर्ड छत्तीसगढ़ के 90 विधानसभा सीटों में सबसे अधिक मतों से जीतने वाले विधायकों में दूसरे नंबर पर है।
वहीं राजिम विधानसभा सीट हमेशा से ही कांग्रेस का गढ़ कही जाती है। हालांकि पिछले बार इस विधानसभा सीट से भाजपा के संतोष उपाध्याय ने जीत दर्ज की थी। राजिम विधानसभा सीट एकमात्र ऐसी सीट है, जहां से लगातार कांगे्रस जीतती आई है। इसी सीट से लगातार जीत जीतने वाले स्व. श्यामाचरण शुक्ल अविभाजित मध्यप्रदेश के 1969 से 1990 के बीच तीन बार मुख्यमंत्री रहे। इस लिहाज से भी यह सीट प्रदेश कांग्रेस के काफी अहम है।
इसके अलावा छत्तीसगढ़ का गठन होने के बाद अमितेष शुक्ल पंचायत मंत्री भी बनाए गए थे। लिहाजा इस बार उनकी जीत से शुरू से ही कयास लगाए जा रहे थे, उन्हें अवश्य ही मंत्री बनाया जा सकता है। लेकिन आज जिन 9 मंत्रियों ने शपथ ली, उनमें उनका नाम नहीं है। इसलिए उनकी नाराजगी खुलकर सामने आई है।
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