रायपुर। छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी हार के बाद अब हार के कारणों का पोस्टमार्टम शुरू हो गया है। भाजपा के आला नेता एक-एक कारणों का मंथन कर रहे हैं। हार के कारणों का दिल्ली में भी बैठक कर मंथन किया जाएगा। इसके लिए भाजपा के राष्ट्रीय सहसंगठन महामंत्री सौदान सिंह कल ही दिल्ली रवाना हो गए हैं। वहीं हार की रिपोर्ट लेकर गुरूवार को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष धरमलाल कौशिक और प्रदेश महामंत्री संगठन पवन साय दिल्ली जाएंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ गुरूवार को तीनों नेताओं की दिल्ली में बैठक है। इस बैठक के बाद ही आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
प्रदेश के आला नेताओं ने भाजपा कार्यालय एकात्म परिसर में सभी 90 विधानसभा सीट की समीक्षा की। भाजपा के राष्ट्रीय महासंगठन महामंत्री सौदान सिंह मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक और प्रदेश संगठन महामंत्री पवन सिंह ने एक-एक सीट की हार के कारणों की समीक्षा की। भाजपा उम्मीदवारों से मिले फीडबैक में हार का सबसे बड़ा कारण कांग्रेस के घोषणापत्र में किसानों की कर्ज माफी और बिजली बिल हाफ को बताया गया है।
इसके अलावा हार के चार प्रमुख कारण और सामने आ रहे हैं। इन कारणों में भाजपा नेताओं का अति आत्मविश्वास, टिकट बंटवारे में गड़बड़ी, कमजोर बूथ मैनेजमेंट, संगठन में नेता ज्यादा कार्यकर्ता कम होने को माना जा रहा है।
भाजपा के आला नेताओं ने माना कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का हर घर तक लाभ पहुंचने के कारण संगठन अति आत्मविश्वास में था। लगातार तीन बार जनता का भरोसा मिलने के बाद यह उम्मीद की जा रही थी कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी कांग्रेस का वोट का देगी लेकिन परिणाम उल्टा हो गया। भाजपा नेताओं ने बताया कि टिकट बंटवारे में भी गड़बड़ी सामने आई। बाकी सभी सीट हारने के पीछे पिछले चुनाव में हारे नेताओं को टिकट देने को जिम्मेदार बताया जा रहा है।
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