नई दिल्ली। आईएएस की नौकरी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व कलेक्टर ओम प्रकाश चौधरी का विधायक बनने का सपना अधूरा रह गया। अब ओपी न तो आईएएस रह पाए और ना ही विधायक बन पाए। इतना ही नहीं प्रदेश में भाजपा की सरकार भी नहीं रही।
खरसिया विधानसभा सीट चुनाव लडऩे वाले चौधरी को कांग्रेस के उम्मीदवार उमेश पटेल ने मात दे दी। चौधरी को जहां 77234 मत मिले वहीं उमेश पटेल ने 94201 वोट हासिल कर जीत दर्ज की। रायपुर के पूर्व कलेक्टर ओमप्रकाश चौधरी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व मुख्यमंत्री रमन सिंह की मौजूदगी में भाजपा का हाथ थामा था।
2005 बैच के इस आईएएस अधिकारी ने 25 अगस्त को अपने पद से इस्तीफा दिया था। श्री चौधरी अघरिया समुदाय से हैं, जिसका छत्तीसगढ़ में अच्छा वर्चस्व बताया जाता है। युवाओं के बीच भी चौधरी काफी लोकप्रिय थे।
हालांकि कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली खरसिया सीट में उमेश पटेल ने सेंध नहीं लगने दी। नौकरी छोडऩे से पहले ओपी चौधरी रायपुर के कलेक्टर थे। इसके पहले वह दंतेवाड़ा में कलेक्टर रह चुके थे।
पिछले चुनाव में वह जनसंपर्क विभाग में थे। वह सीएम रमन सिंह के करीबी माने जाते रहे हैं। नक्सल प्रभावित इलाके में बेहतरीन कार्य के लिए चौधरी को प्रधानमंत्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
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