मतगणना में इस बार हर राउंड के बाद चुनाव परिणाम को लिखित में दिया जाएगा। जिस वजह से अंतिम परिणाम आने में देरी हो सकती है। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों का शिद्दत से इंतजार कर रहे प्रत्याशियों और जनता को इस वजह से थोड़ा और इंतजार करना पड़ेगा।
इस बार चुनाव के नतीजे घोषित होने में देरी होने की संभावना है। दरअसल चुनाव आयोग ने कांग्रेस की वो मांग मान ली है जिसमें मतगणना के दौरान हर राउंड के बाद नतीजों की जानकारी लिखित में देने की बात की गई थी। इस प्रक्रिया का पालन मौजूदा सभी विधानसभा चुनावों में किया जाएगा। इनमें मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम शामिल हैं।
इस संबंध में चुनाव आयोग ने प्रक्रिया पूरी किए जाने के निर्देश भी जारी कर दिए हैं। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के नेताओं ने इस बार मतदान के बाद ईवीएम की सुरक्षा व्यवस्था पर कई बार सवाल उठाए हैं। खासतौर से मध्य प्रदेश में इस संबंध में ज्यादा शिकायतें दर्ज की गई थीं। इसी के चलते आयोग ने यह फैसला मान लिया। लिखित में देने की प्रक्रिया के चलते समय ज्यादा लगेगा और नतीजों के समय पर इसका सीधा असर पड़ेगा। बताया जा रहा है कि भाजपा ने भी चुनाव आयोग से ऐसा आदेश देने की मांग की थी।
इतना ही नहीं हर राउंड के परिणाम की घोषणा और प्रमाणपत्र देने के बाद ही दूसरे राउंड के लिए ईवीएम स्ट्रांग रूम से निकाली जाएगी। दरअसल मंगलवार 11 दिसंबर को विधानसभा चुनाव की मतगणना होगी। इस बार हर राउंड के बाद परिणाम लिखित में पार्टी के प्रतिनिधि को दिया जाएगा। इसके बाद ही दूसरे राउंड की गणना के लिए ईवीएम निकाली जाएगी। यह प्रक्रिया सिर्फ मध्यप्रदेश ही नहीं, बल्कि सभी चुनावी राज्यों में होगी। हर विधानसभा क्षेत्रों में 14 टेबल में गणना का कार्य किया जाएगा। हर विधानसभा क्षेत्रों में लगभग 16 से 20 राउंड में गणना की जाएगी।
सुबह 9 बजे से होगी ईवीएम के मतों की गणना
11 दिसंबर की सुबह आठ बजे से डाक मत पत्र और सेवा मतों की गणना की जाएगी। उसके बाद नौ बजे से ईवीएम के सील तोड़ी जाएगी। एक राउंड के बाद गणना कर्मचारी तब तक खाली बैठे रहेंगे, जब तक गणना के बाद टेबुलेशन, मिलान और घोषणा और अगले राउंड के लिए ईवीएम न निकाली जाए।
हर राउंड के बीच लगेगा 20 मिनट
इस बार चुनाव परिणाम आने में देरी होने की संभीवना है क्योंकि हर राउंड के बाद लिखित में प्रमाण पत्र देने, मतगणना कक्ष के डिस्प्ले बोर्ड पर प्रदर्शित, राउंड वार रिजल्ट शीट पार्टी के प्रतिनिधि को देना और काउंटिंग सॉफ्टवेयर पर भी लोड करने जैसे कार्यों में लगभग 15 से 20 मिनट का समय लग जाएगा। इस प्रकार से 16 से 20 राउंड के बीच कई घंटे अतिरिक्त लगेंगे। इस वजह से फाइनल परिणाम आने में देरी हो सकती है।
आयोग का सख्त निर्देश
आयोग ने यह भी साफ कर दिया है कि अगले राउंड की गिनती तब-तक प्रारंभ नहीं होगी, जब तक पहले राउंड की मतगणना की गिनती समाप्त होकर उसका परिणाम डिस्प्ले बोर्ड पर प्रदर्शित न कर दिया जाए। कांग्रेस पार्टी ने हर राउंड के बाद उम्मीदवार को सर्टिफिकेट दिए जाने की मांग केंद्रीय निर्वाचन आयोग से की थी। इसके बाद आयोग ने मतगणना के दौरान अपनाई जाने वाली प्रक्रिया स्पष्ट की है।
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