बस्तर के ग्रामीणों ने तेलंगाना में डाला वोट…सरकार बनाने में निभाएंगे अहम भूमिका…

जगदलपुर। तेलंगाना में 119 विधानसभा सीटों के लिए शुक्रवार को मतदान हुआ। बस्तर के हजारों ग्रामीण आज सीमा पार कर तेलंगाना पहुंचकर मतदान किया। तेलंगाना के भद्राचलम सहित पांच और विधानसभा क्षेत्रों में बस्तर के मतदाता निवासरत हैं। वे समय-समय पर छत्तीसगढ़ और तेलंगाना आना-जाना करते रहे हैं। प्रत्याशियों ने बस्तर के वोटरों को ले जाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। बस्तर के वोटरों की यहां निर्णायक भूमिका है।
छत्तीसगढ़ का एक सीमा तेलंगाना राज्य से जुड़ा हुआ है वहीं दूसरी ओर ओडिशा और महाराष्ट्र से भी जुड़ता है। तेलंगाना से सटे हुए क्षेत्र में नक्सलियों के आतंक के कारण हजारों की संख्या में बस्तर में रहने वाले ग्रामीण सीमा पार कर तेलंगाना में बस गए हैं।
तेलंगाना में निवास कर रहे बस्तर के मतदाताओं को रिझाने के लिए छत्तीसगढ़ के कई नेता चुनाव प्रचार के लिए तेलंगाना गए हुए थे। भाकपा के मनीष कुंजाम व कांग्रेस के कवासी लखमा ने सीमा से सटे हुए क्षेत्रों में जमकर प्रचार किया। वहीं भाजपा ने भी इस क्षेत्र में रहने वाले मतदाताओं को अपनी ओर आकर्षित करने में कोई कसर नहीं रखी।
तेलंगाना के भद्राचलम विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले 15 हजार से अधिक बस्तर के वोटरों की निर्णायक भूमिका है। यहां का चुनाव परिणाम इन्हीं मतदाताओं पर टिका हुआ है। इसके अलावा तेलंगाना की पांच और विधानसभा क्षेत्र ऐसी हैं जहां छत्तीसगढ़ मूल के वोटरों की संख्या चुनाव परिणाम को प्रभावित कर सकती हैं। भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी इस क्षेत्र में रहने वाले मतदाताओं को भाजपा की ओर आकृष्ट करने तीन बार यहां आकर चुनाव प्रचार कर चुके हैं।