बिलासपुर। सिम्स में सोनोग्राफी कराने के लिए मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। यहां 7 जनवरी 2019 तक के लिए अभी से 300 लोग वेटिंग लिस्ट में है। यहां प्रतिदिन 15 लोगों की जांच हो रही है।
सिम्स में सोनोग्राफी जांच कराने के लिए मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
सिम्स में सोनोग्राफी के एक ही काउंटर होने से व मशीन एक होने से मरीजों की जांच में विलंब हो रहा है। सिम्स में प्रतिदिन 15 सोनोग्राफी होते हैं। वही प्रतिदिन 30 मरीज सोनोग्राफी जांच के लिए पहुंचते हैं। सोनोग्राफी के समय अनुसार एक दिन में सिर्फ 15 लोगों की जांच हो पाती है। वहीं 15 मरीजा वेटिंग में चले जाते हैं। सिम्स में अभी 7 जनवरी 2019 तक के लिए 300 मरीजों की वेटिंग लिस्ट तैयार है।
सिम्स में सोनोग्राफी के लिए आज सुबह से मरीजों की लंबी कतारें लगी रही। वही ज्यादातर मरीज बाहर जिले के रहे। जो सोनोग्राफी कराने इंतजार में लगे रहे। वही कुछ गंभीर मरीज व्हीलचेयर, स्ट्रेचर में अपनी पारी का इंतजार करते रहे। कुछ मरीजों ने बताया कि एक दिन में सोनोग्राफी यहां नहीं हो पा रही है।
जिससे दोबारा आना पड़ रहा है। वहीं स्टाप का कहना है कि मशीन व डॉक्टर की कमी होने से वेटिंग लिस्ट बढ़ती जा रही है। वही सिम्स में सोनोग्राफी 100 रुपये में हो जाती है। जबकि निजी अस्पतालों में इसकी कीमत 1000 है। जिससे लोग यहां ही जांच के लिए आते हैं।
गौरतलब हो कि सिम्स में सोनोग्राफी जांच के लिए भीड़ होना आम बात है। यहां हमेशा जांच के लिए मरीजों की लंबी कतारे लगी रहती है। वही कई बार मरीजों मेें व स्टाफ के बीच विवाद भी हो जाता है।
एक डॉक्टर के भरोसे-सोनोग्राफी
सिम्स में सोनोग्राफी जांच के लिएलंबी वेटिंग की मुख्य वजह एक डॉक्टर का होना बताया जा रहा है। अतिरिक्त डॉक्टर हो जाने से प्रतिदिन होने वाली 15 वेटिंग से राहत मिल सकेगी और प्रतिदिन 15 की जगह 30 लोगों की सोनोग्राफी हो सकेगी।
सिम्स में 100 रुपये में सोनोग्राफी
सिम्स में सोनोग्राफी की जांच 100 रुपये में हो जाती है। वहीं निजी अस्पतालों व नर्सिंग होम में सोनोग्राफी 1000 में होने से मरीजों की भारी भीड़ सिम्स में पहुंचती है। कम रुपये होने की वजह से सिम्स में लोग सोनोग्राफी के लिए पहुंचते हैं।
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