रायपुर। हर बार जवानों पर हमला होता है, जवान शहीद भी होते हैं। 25 बड़े नक्सली हमले हो चुके हैं लेकिन रमन सरकार का हर बार बयान बदल जाता है। रमन सरकार जवाब दे कि 1300 करोड़ नक्सल ऑपरेशन के लिए फंड आया वो कहां गया। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता जयवीर शेरगिल रविवार को पत्रकारों को संबोधित करते हुए प्रदेश भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला।
उन्होंने कहा कि लगातार बढ़ते नक्सली हमले भाजपा सरकार की विफलता का जीता-जागता सबूत है। नक्सलियों के खिलाफ रमन सरकार की लड़ाई खोखली व कमजोर है। रमन सिंह की प्राथमिकता छत्तीसगढ़ की सुरक्षा नहीं सिर्फ अपने वोट की रक्षा करना है। रमन सिंह अपने गृह जिला कवर्धा को नक्सल मुख्त नहीं कर पाए तो पूरे छत्तीसगढ़ को क्या करा पाएंगे। बीजापुर में कल हुए नक्सल हमला भाजपा सरकार की विफलताओं का एक और जीता-जागता सबूत है।
उन्होंने कहा कि भजपा सरकार केवल देश के जवानों का इस्तेमाल करती है। उन्हें उनकी सुरक्षा और उनके परिवारों की खुशहाली का कोई ख्याल नहीं है। भाजपा सरकार जवानों की वीरता का श्रेय तो लेती है लेकिन बढ़ते नक्सल हमले, बढ़ती शहीदों की संख्या पर जिम्मेदार और जवाबदेही से मूंह मोड़ लेती है।
उन्होंने कहा कि 2017 में नीतीश कुमार ने ब्यान दिया था कि मोदी सरकार नक्सलवाद के लड़ाई में समझौता कर रही है। उत्तर प्रदेश को नक्सल प्रभावित के लिए 70 करोड़ ओर छत्तीसगढ़ को 11 करोड़ का फंड आखिर ऐसा क्यों मोदी सरकार जवाब दें। उन्होंने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू का नारा था जय जवान जय किसान और भाजपा का नारा है मर किसान मर जवान।
शेरगिल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर भी जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि नक्सलवाद को मिटाना था नोटबंदी का प्रथम जुमला था। मोदी के 56 इंच का सीना, नक्सलियों ने 1200 से अधिक सीआरपीएफ के जवानों की जीवन छीना है। मोदी और रमन ने छत्तीसगढ़ के लोगों को आश्वासन दिया था कि नोटबंदी के निर्णय से नक्सलवाद जड़ से मिट जाएगा। लेकिन जमीनी हकीकत है कि नोटबंदी के बाद नक्सलियों के हौसले और बुलंद हुए हैं।
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