महासमुंद। बागबाहरा नगर पालिका अध्यक्ष बसंती बघेल की कुर्सी बच गई है। उन्होंने 20 मतों से विरोधियों को मात देकर चुनाव जीत ली हैं। नपाध्यक्ष के लिए 14 अक्टूबर को मतदान कराया गया। बुधवार को मतों की गणना हुई।
कुल 6938 मतों में से रिकॉल के लिए कुल 3459 और विरोध में कुल 3479 मत पड़े। जिससे श्रीमती बघेल की कुर्सी 20 मतों के अंतर से बच गई। मतों की गणना बागबाहरा के टाऊनहाल में की गई। पहले चरण में पालिका के सभी 15 वार्डों के एक-एक मतदान केन्द्रों की पेटियों की मतों की गणना की गई।
दूसरे चरण में चारों वार्डों में स्थित दो-दो मतदान केन्द्रों के मतगणना की गई जिसमें वार्ड क्रमांक 1, 2, 4 और 8 के मतदान केन्द्र शामिल हैं।ज्ञात हो कि 14 अक्टूबर को बागबाहरा नगर पालिका के 15 वार्डों के कुल 13 हजार 281 मतदाताओं में कुल 6938 मतदाताओं ने मतदान किया था। इस हिसाब से कुल 52.23 प्रतिशत मतदान हुआ था।
इस वजह से बनी थी रिकॉल की स्थिति
नगर पालिका के कुल 15 वार्डों में 5 कांग्रेस, 5 भाजपा तथा 5 निर्दलीय पार्षद हैं। प्रारंभ से ही इनके बीच सामंजस्य न हो पाने के कारण परेशानियां प्रारंभ हो गई। कई बार पीआईसी में फेरबदल भी किया गया बावजूद नगर पालिका बागबाहरा का कामकाज ठीक से नहीं हो पा रहा था। श्रीमती बघेल पर कई आरोप लगे जिसके चलते एक बार पार्षदों ने कलेक्टर को सामूहिक इस्तीफा भी सौंपा था पर वह मंजूर नहीं हुआ।
26 जून 2018 को 15 में से 14 पार्षदों ने कलेक्टर को राइट टू रिकॉल का आवेदन सौंपा। 27 जून को जांच अधिकारी ने आवेदन में किए गए पार्षदों का हस्ताक्षर मिलान और बयान के बाद प्रकरण राज्य सरकार को भेजा। शासन ने राज्य निर्वाचन आयोग के समक्ष प्रकरण प्रेषित किया अंतत: राज्य आयोग ने आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण करते हुए 14 अक्टूबर को मतदान और 17 अक्टूबर को मतगणना की तिथि घोषित की थी।
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