मंत्री प्रेमप्रकाश पांडे के बयान पर किया पलटवार…
रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के विकास खोजो प्रोग्राम के मीडिया प्रभारी विकास तिवारी ने राजस्व एवं उच्च शिक्षा मंत्री प्रेम प्रकाश पांडे के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वे मीडिया में सुर्खियां बंटोरने के लिए मंत्री रमन सिंह के बचाव में उतर आए हैं। जबकि प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने चुनौती देते हुए विकास के मुद्दों पर खुली चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्री रमन सिंह को आमंत्रित किया था।
मीडिया प्रभारी विकास तिवारी ने बताया कि प्रेम प्रकाश पांडे के मंत्री काल में राजस्व विभाग में हजारों प्रकरण लंबित पड़े हैं प्रदेश के लोगों को बेहद कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। रजिस्ट्री करने में बहुत समस्या हो रही है, नियमों को पेचीदा और कठिन कर दिया गया है, अफसरशाही हावी हो गई है। इसके बाद भी मंत्री खामोश हो जाते हैं। वहीं दूसरी ओर उनके उच्च शिक्षा विभाग में पिछले 14 साल और उनके शासनकाल हजारों हजार पद रिक्त पड़े हैं।
उन्होंने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग के शासकीय कालेजों में प्राध्यापकों के 525 स्वीकृत पदों के विरूद्ध 525 पद रिक्त है किसी भी कालेज में एक भी प्रोफेसर नहीं है। प्रदेश के विश्वविद्यालयों में प्रोफेसरों के (प्राध्यापकों) के 67 स्वीकृत पदों के विरूद्ध 50 पद रिक्त (रिक्त पद 75प्रतिशत) कुछ विश्विद्यालय में एक भी प्रोफेसर नहीं भी नही है। सहायक प्राध्यापकों के कुल स्वीकृत पदों 3436 के विरुद्ध 1214 पद रिक्त है। प्रदेश के इंजीनियरिंग कालेजों में 741 स्वीकृत पदों के विरुद्ध 376 पद रिक्त है। आईटीआई में कुल स्वीकृत 2244 पदों के विरुद 1582 पद रिक्त है।
श्री तिवारी ने कहा कि खुद मंत्री प्रेम प्रकाश पांडे के क्षेत्र में स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय भिलाई में कुल स्वीकृत पदों 140 के विरुद्ध केवल 5 पदों पर नियुक्तियां, 135 पद रिक्त है और मंत्री प्रेम प्रकाश पांडे न जाने किस विकास की बाते कर रहे है। ट्रिपल आई.टी.(आईआईआईटी) नया रायपुर में कुल स्वीकृत 156 पदों के विरुद्ध 111 पद रिक्त है। शासकीय पालीटेक्निक महाविद्यालय में कुल 2593 स्वीकृत पदों के विरुद्ध 1705 पद रिक्त है। उच्च शिक्षा मंत्री प्रेम प्रकाश पांडे के कार्यकाल में देश के टॉप 100 विश्वविद्यालयों में राज्य का एक भी विश्वविद्यालय नहीं आया ये बेहद शर्मनाक बात रही है।पी.जी. कालेजों के प्राचार्यों के 47 स्वीकृत पदों के विरुद्ध 1 तथा स्नातक कालेज में प्राचार्यों के स्वीकृत 169 पदों के विरुद 104 पद रिक्त है। संपूर्ण उच्च शिक्षा एवं तकीनीकी शिक्षा की व्यवस्था भगवान भरोसे संचालित है, राज्य के युवाओं का भविष्य अंधकारमय है।
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