बिलासपुर। खोंगसरा रेलवे स्टेशन के समीप ओएचई पर काम कर रहे चार रेलकर्मी करंट की चपेट में आकर झुलस गए। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से एक की स्थिति गंभीर बताया जा रहा है। जिसका अपोलो हॉस्पिटल में उपचार किया जा रहा है।
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर-अनूपपुर रेलखंड पर खोंगसरा एवं टेंगनमाडा स्टेशनों के मध्य डाउन लाइन पर ओएचई लाइन में खराबी आई थी। सूत्रों के अनुसार बंदर के कूदने से रेलव विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त हुआ था। ओएचई की खराबी को सुधार करने ओएचई, पेंड्रारोड कार्यालय के 32 रेलकर्मियों का दल टावर वैगन के साथ सुबह साढे 10 बजे मौके पर पहुंचे थे।
जिसमें अशोक नागोराव टेक्नीशियन ग्रेड-1, बी एल भारिया एमसीएम, गिरधारी राम एमसीएम और नरेश मालवी शामिल थे। ये चोरो विद्युत लाइन को सुधारने ओएचई यान पर चढ़े थे। इस दौरान वे हाईटेंशन तार के संपर्क में आते ही करंट की चपेट में आ गए। इससे चारों छिटक कर गिर गये।
एक साथ चार कर्मियों के झुलसने से स्टेशन में हडक़ंप मच गया। झूलसे चारो रेलकर्मी को तत्काल इलाज के लिए हरिद्वार पुरी उत्कल एक्सप्रेस से बिलासपुर लाया गया और रेलवे अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें 40 प्रतिशत झुलसे अशोक को तत्काल अपोलो हॉस्पिटल रिफर कर दिया गया। अशोक नागोराव की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
सूत्रों के अनुसार मरम्मत कार्य के लिए हाईटेंशन की विद्युत आपूर्ति बंद कराई गई थी। बताते हैं मरम्मत के पहले स्टेशन के पास दोनों तरफ से अर्थिग का राड लगा गया था ताकि हाईटेंशन में करंट न आए, लेकिन खम्बे के समीप एक तार अप लाइन से डाउन लाइन से जुड़ा था, जिसे ध्यान नहीं दिया गया।
इस कारण क्षतिग्रस्त लाइन पर करंट था। यह रेल प्रशासन की बड़ी चूक व लापरवाही है। सुबह 9 बजे की इस घटना के संबंध में शाम को रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी रतन बसक से पूछा गया, तो उन्होंने घटना की जानकारी से अनभिज्ञता जाहिर किया। वहीं दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी संतोष कुमार ने जानकारी पता लगाने की बात कही। (एजेंसी)
यह भी देखे : रायपुर-धमतरी मार्ग पर भीषण सडक़ हादसा, बस ने मारी बाइक को टक्कर, फुटबॉल की तरह उछल गए सवार… 3 की मौत
Add Comment